फरवरी में उत्तरी हवाओं की सक्रियता कम रहने की वजह से इस बार सामान्य से गर्म रहने की उम्मीद है. शुरुआती दौर में ही पारा पांच डिग्री तक ऊपर है, जिसे देखते हुए इस बार पिछले दस साल का न्यूनतम तापमान काफी पीछे छूट सकता है. रविवार यानी 4 फरवरी से एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बादल छाने और कहीं-कहीं बारिश के आसार बन रहे हैं.
इस बार दिसंबर-जनवरी में ही ठंड का प्रभाव बहुत अधिक नहीं रहा. अब धीरे-धीरे दिन की अवधि बढ़ने लगी है, जिसकी वजह से रात्रि में ठंड कम होने लगी है. लगातार आने वाले पश्चिमी विक्षोभ की वजह से भी मौसम में व्यवधान आते रहने की संभावना बनी हुई है. मौसम विशेषज्ञ एच पी चंद्रा के मुताबिक इस बार छत्तीसगढ़ में उत्तर से आने वाली हवा का असर कम रहेगा, जिसकी वजह से रात का तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा.
हल्की-फुल्की बारिश की संभावना
किसी तरह की विशेष परिस्थिति नहीं बनी तो अब जोरदारठंड की संभावना खत्म हो चुकी है. विक्षोभीय तेवरों को देखते अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार का न्यूनतम तापमान अन्य सालों की तुलना में काफी अधिक रहेगा और दिन का पारा भी उतार-चढ़ाव के साथ अंतिम दिनों में अपना तेवर दिखाएगा. शनिवार से सक्रिय होने वाली पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से रविवार से राज्य में तापमान में वृद्धि का दौर शुरू होगा और 5-6 फरवरी को मध्य इलाके में कहीं-कहीं हल्की-फुल्की बारिश भी हो सकती है.