दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को आखिरकार नोटिस थमा ही दिया और उनसे तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है. आज पुलिस की एक टीम एक बार फिर सीएम केजरीवाल के आवास पर पहुंची क्योंकि नोटिस केवल उसी व्यक्ति को दिया जाता है जिसके नाम पर इसे जारी किया गया है. सीएम केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस को काफी इंतजार कराया है. इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री के ऑफिस ने दावा किया कि वे नोटिस लेने के लिए तैयार हैं, लेकिन दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के अधिकारी उन्हें इसके लिए रसीद नहीं दे रहे हैं.
सीएम ऑफिस के दावों के बाद दिल्ली पुलिस ने कहा कि नोटिस केवल उसी व्यक्ति को दिया जाता है जिसके नाम पर इसे जारी किया गया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों को खरीदने की कोशिश के आरोपों के सिलसिले में दिल्ली पुलिस मुख्यमंत्री को नोटिस देने पहुंची थी. हालांकि AAP नेताओं ने दावा किया कि जब अरविंद केजरीवाल के ऑफिस ने नोटिस लेने की पेशकश की तो पुलिस अधिकारियों ने रिसीविंग नोट देने से इनकार कर दिया. आप ने यह भी दावा किया कि दिल्ली पुलिस सिर्फ तमाशा बनाने और मुख्यमंत्री केजरीवाल की छवि खराब करने के लिए मीडिया टीमों को साथ लेकर आई थी.
AAP की मंत्री आतिशी से भी पुलिस ने मांगे सबूत
इससे पहले इस पूरे मामले पर सबूत मांगते हुए पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को केजरीवाल के अलावा AAP की मंत्री आतिशी के आवास पर भी दस्तक दी थी. हालांकि सूत्रों के मुताबिक आप के दोनों नेता अपने-अपने आवास पर मौजूद नहीं थे. आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर ‘ऑपरेशन लोटस 2.0’ (Operation Lotus 2.0) नामक अभियान के जरिये चुनी हुई दिल्ली सरकार को गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. पिछले हफ्ते एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आप नेता आतिशी ने दावा किया था कि भाजपा ने दलबदल के लिए उकसाने के लिए रिश्वत और धमकियों के साथ कई आप विधायकों से संपर्क किया है.