मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर, लोग साथ आते गए और कारवां बनता गया. मजरूह सुल्तानपुरी की यह लाइन फिड द नीडी फाउंडेशन पर सटीक बैठती है, क्योंकि इसकी शुरुआत ही एक व्यक्ति से हुई थी और आज इसका कारवां बढ़ता जा रहा है. फाउंडेशन के फाउंडर और संचालक अनिल पटेल के द्वारा दीवाली त्यौहार के अवसर पर इसकी शुरुआत की गई थी .दीवाली के शुभ अवसर से वे इस कार्य को कर रहे हैं और फिर दोस्तों ने भी इस काम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. इसके अलावा उन्हें रायपुर के डंगनिया इलाके में स्थित गगन मोबाइल शॉप का सहयोग भी मिल रहा है. आज की तारीख में कई लोग फाउंडेशन से जुड़कर लोगों की मदद करने के लिए सामने आ रहे हैं.
फाउंडेशन का ये है उद्देश्य
फीड द नीडी फाउंडेशन के संचालक अनिल पटेल ने बताया कि ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंदों तक खाना पहुंचना उनके फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य है. इसी उद्देश्य के साथ लगातार काम किया जा रहा है. दरअसल राजधानी रायपुर में कई ऐसे लोग हैं, जो खुद के खाने जुटाने में असमर्थ हैं. ऐसे लोगों तक पहुंचने का काम फीड द नीडी फाउंडेशन कर रहा है. सप्ताह के प्रत्येक शनिवार को इस फाउंडेशन के द्वारा रेलवे स्टेशन, अंबेडकर अस्पताल, मरीन ड्राइव, बस स्टैंड जैसे इलाकों पर जरूरतमंदो को खाना खिलाया जाता है. अभी फाउंडेशन के द्वारा सोशल मीडिया का भरपूर उपयोग कर कैम्पेनिंग चलाया जा रहा है. व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम , फेसबुक के माध्यम के लोगों तक संपर्क किया जा रहा है और डोनेशन इकठ्ठा किया जा रहा है.
जानकारी के लिए इस नंबर पर करें संपर्क
फाउंडेशन के उद्देश्य को समझते हुए लोग खुद से मदद करने के लिए आगे आ रहे हैं. कई बार फाउंडेशन के सदस्यों के द्वारा भी पैसे डालकर लोगों का मदद किया जा रहा है. अनिल पटेल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि फाउंडेशन के मोबाइल नंबर 7000258155 पर संपर्क कर ज्यादा जानकारी ले सकते हैं और जरूरमंद लोगों को खाना खिलाने में सहयोग कर सकते हैं. फाउंडेशन में पारदर्शिता भी रखी जा रही है, यानी दानदाता वीडियो के माध्यम से यह देख सकता है कि उसके द्वारा दिया गया पैसा कहां और कैसे उपयोग हो रहा है. लोगों को अच्छी क्वालिटी का खाना मिलने से उनके चेहरे पर खुशी झलकती है.