दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर जल्द ही ‘IPESC’ सिस्टम लागू करने की तैयारी है. IPESC यानी इंट्रीग्रेटेड प्री-इंबार्केशन सिक्योरिटी चेक. सिविल एविएशन मिनिस्ट्री की पहल के बाद इस सिस्टम को आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल थ्री पर लागू करने को लेकर कवायद काफी तेज हो गई है.
IPESC लागू होने के साथ ही आईजीआई एयरपोर्ट के सिक्योरिटी इंफ्रास्ट्रक्चर में कई अहम बदलाव होंगे. दावा है कि ये सभी बदलाव यात्रियों की बेहतर सहूलियत को ध्यान में रखकर किए जा रहे हैं. इन बदलावों के बाद आईजीआई एयरपोर्ट से हवाई सफर पर जाने वाले मुसाफिरों के अनुभवों को काफी बेहतर बनाया जा सकेगा.
एयरपोर्ट सिक्योरिटी से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, आईजीआई एयरपोर्ट देश का दूसरा ऐसा एयरपोर्ट होगा, जहां पर इंट्रीग्रेटेड प्री-इंबार्केशन सिक्योरिटी चेक लागू करने की तैयारी है. इससे पहले मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर इस व्यवस्था को सफलतापूर्वक लागू किया गया है.
आईजीआई एयरपोर्ट में फिलहाल कैसी है सुरक्षा जांच व्यवस्था
वर्तमान समय में आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल थ्री में प्रवेश करते ही सबसे पहले आता है इंट्रीग्रेटेड चेक-इन एरिया. यहां पर प्रत्येक एयरलाइन को एक चेक-इन रो आवंटित की गई है, जहां पर डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स के लिए चेक-इन की सुविधा एक जगह पर उपलब्ध है. इंट्रीग्रेटेड चेक-इन एरिया के बाद टर्मिनल दो हिस्सों में बंट जाता है.