सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एएम खानविलकर भारत के अगले लोकपाल नियुक्त होंगे. सूत्रों के मुताबिक, बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और विपक्ष में सबसे बड़ी पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी की उच्च स्तरीय समिति ने पूर्व जस्टिस खानविलकर नियुक्ति पर मुहर लगा दी है.
भारत के पूर्व अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल भी बैठक में शामिल हुए, जिसमें अगले लोकपाल की नियुक्ति के लिए चुने गए नामों पर चर्चा की गई.
आपको बता दें कि जस्टिस खानविलकर 29 जुलाई 2022 को सेवानिवृत्त हुए थे. उनकी अगुवाई में ही पीठ ने PMLA अधिनियम में संशोधन को बरकरार रखते हुए फैसला सुनाया था. पीठ ने ईडी के समन, गिरफ्तारी, तलाशी, जब्ती के अधिकार को सही ठहराया था. साथ ही ईडी अधिकारियों के सामने इकबालिया बयान का उपयोग करने के लिए व्यापक अधिकार दिए थे.
लोकपाल की स्थापना लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम 2013 के तहत की गई थी. लोकपाल को लोकपाल अधिनियम के दायरे में आने वाले सार्वजनिक पदाधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच और जांच करने का काम सौंपा गया है.
झारखंड हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति प्रदीप कुमार मोहंती वर्तमान में लोकपाल के कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं. उन्हें 2019 में लोकपाल का न्यायिक सदस्य नियुक्त किया गया और मई 2022 में कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया.