इनकम टैक्स (Income Tax) से तो आप सभी वाकिफ होंगे. सरकार आपकी कमाई पर एक निश्चित अनुपात में टैक्स वसूलती है. लेकिन, क्या आपको पता है कि कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें टैक्स देने से पूरी तरह छूट मिली रहती है. सोशल मीडिया पर तो आजकल इसी तरह के दावे किए जा रहे हैं. कई सोशल मीडिया पोस्ट में कहा गया है कि भारत रत्न पाने वालों को जिंदगीभर कोई टैक्स नहीं चुकाना पड़ता है. आज हम आपको इसकी पूरी सच्चाई बताते हैं.
हाल में ही सरकार ने 4 लोगों को भारत रत्न (Bharat Ratna) पुरस्कार देने की घोषणा की है. इसके बाद से सोशल मीडिया पर दावे किए जा रहे कि यह पुरस्कार पाने वालों को जीवनभर टैक्स नहीं भरना पड़ता है. इसके साथ ही उन्हें तमाम तरह की सुविधाएं और अधिकार भी दिए जाते हैं. इसकी सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की तो बहुत काम की जानकारियां सामने आईं.
क्या सच में मिलती है टैक्स छूट
भारत रत्न पाने वालों को क्या सच में टैक्स छूट मिलती है, इसका जवाब जानने के लिए गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर गए तो एक आरटीआई (RTI) हाथ लगी. साल 2014 की इस आरटीआई में गृह मंत्रालय ने साफ कहा है कि भारत रत्न पाने वालों को कोई सीधा आर्थिक लाभ नहीं दिया जाता है. मसलन, उन्हें कोई पैसा नहीं मिलता है. हालांकि, इसमें यह नहीं लिखा है कि इनकम टैक्स की छूट मिलती है या नहीं. लेकिन, मंत्रालय ने साफ कहा है कि कोई सीधा आर्थिक लाभ नहीं दिया जाता है.
फ्री में घूम सकते हैं पूरी दुनिया
आरटीआई के जवाब में गृह मंत्रालय ने बताया है कि भारत रत्न पाने वाले सभी सम्मानित जनों को दुनियाभर के भारतीय दूतावासों में मेहमान का दर्जा दिया जाता है. ऐसे किसी भी देश में सफर करने पर जहां भारतीय दूतावास होंगे, भारत रत्न पाने वालों के लिए पूरी सुविधा का इंतजाम किया जाएगा. इसका मतलब है कि भारत रत्न पाने वाला व्यक्ति मुफ्त में पूरी दुनिया की यात्रा कर सकता है. इन लोगों को कहीं भी आने-जाने के लिए फ्लाइट में एग्जीक्यूटिव क्लास की सीट भी दी जाती है.
हर राज्य के होते हैं मेहमान
आरटीआई में यह भी बताया गया है कि भारत रत्न पाने वाले को सभी राज्यों में राजकीय मेहमान का दर्जा दिया जाता है. राज्य सरकारों को निर्देश भी दिया जाता है कि भारत रत्न पाने वालों के लिए यात्रा के दौरान सभी तरह की व्यवस्था की जाए. इसके अलावा भारत रत्न पाने वालों को जीवनभर डिप्लोमैटिक पासपोर्ट भी दिया जाता है, ताकि वे दुनिया में कहीं भी आ-जा सकें.