पूर्व केंद्रीय मंत्री और तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के वरिष्ठ नेता किशोर चंद्र देव ने भाजपा नीत राजग के साथ गठबंधन करने के फैसले से नाराज होकर गुरुवार को टीडीपी छोड़ने की घोषणा की. देव ने टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू को लिखे एक पत्र में कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की मौजूदा सरकार का एक सूत्री कार्यक्रम केवल ”कट्टरपंथियों द्वारा आतंक का शासन” शुरू करके वोट बैंक बनाने के लिए प्रतीत होता है.
आंध्र प्रदेश के इस प्रमुख आदिवासी नेता देव ने कहा, ‘‘जिस तरह से आप ऐसी विघटनकारी ताकतों के साथ गठबंधन कर रहे हैं, उससे मैं पूरी तरह निराश और स्तब्ध हूं. यह सबसे खराब स्थिति है, जो मैंने अपने राजनीतिक जीवन के पांचवें दशक में देखी है.’’ देव 2011 से 2014 तक तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में आदिवासी मामलों और पंचायती राज मंत्री रहे हैं.
सत्ता के लिए सौदा नहीं करूंगा
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सत्ता के टुकड़ों के लिए अपनी आत्मा का सौदा नहीं कर सकता. आपको सूचित किया जाता है कि मैं तुरंत टीडीपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं.’’ कांग्रेस के पूर्व नेता देव 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले टीडीपी में शामिल हो गए थे. वह चार बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे हैं. देव ने टीडीपी के टिकट पर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था.