आम आदमी को सस्ते दामों पर आटा-चावल और दाल उपलब्ध कराने के मकसद से भारत सरकार भारत आटा, चावल और दाल बेच रही है. सरकार के भारत ब्रांड आटा-दाल को पब्लिक का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. क्योंकि बाजार भाव से कीमत बहुत कम है. भारत ब्रांड के सामानों की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सरकार को अगले 4-5 माह में ‘भारत’ ब्रांड के तहत 15-15 लाख टन एफसीआई चावल और गेहूं का आटा (आटा) बेचने की उम्मीद है. यह जानकारी खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने दी है.
सरकार 3 एजेंसियों – नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (नाफेड), नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनसीसीएफ) और केंद्रीय भंडार के माध्यम से भारत आटा और चावल की खुदरा बिक्री कर रही है. आइये आपको बताते हैं भारत ब्रांड का आटा-चावल और दाल किस कीमत पर मिल रही है और आप इसे कहां से खरीद सकते हैं.
सरकार ने कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए पिछले साल नवंबर से ‘भारत आटा’ की खुदरा बिक्री शुरू की, जबकि ‘भारत चावल’ की बिक्री 6 फरवरी से शुरू हुई. सरकारी उपक्रम, भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) इन एजेंसियों को खुदरा उद्देश्यों के लिए अनाज उपलब्ध करा रहा है. मीडिया को जानकारी देते हुए सचिव ने कहा, ‘‘भारत आटा की शुरुआत के बाद, बाजार में कीमतें स्थिर हैं… हम सोच रहे हैं कि जैसे आटे पर इसका प्रभाव पड़ा है, वैसे ही भारत चावल भी चावल कीमतों में नरमी सुनिश्चित करेगा.’’
सरकार को बेहतर बिक्री की उम्मीद
उन्होंने कहा कि भारत चावल की बिक्री की मात्रा फिलहाल कम है लेकिन आने वाले दिनों में इसमें तेजी आएगी. चोपड़ा ने कहा, ‘‘हम अगले 4-5 महीनों में 15 लाख टन चावल और 15 लाख टन गेहूं का आटा बिकने की उम्मीद कर रहे हैं। यह शुरुआती चरण है, मांग होने पर हम और आपूर्ति कर सकते हैं.’’ उन्होंने कहा, अब तक भारत ब्रांड के तहत लगभग 3.5 लाख टन गेहूं का आटा और 20,000 टन चावल बेचा जा चुका है.