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‘परमाणु बम के सामान नहीं…’ भारत ने जब्त किया जहाज तो पाकिस्तान ने जारी किया बयान

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चीन से कराची जा रही कार्गो शिप को मुंबई में कस्टम अधिकारियों द्वारा जब्त किए जाने पर अब पाकिस्तान का बयान आया है. इस जहाज के कंटेनर से परमाणु बम में इस्तेमाल होने वाली मशीन पाए जाने के बाद कस्टम अधिकारियों ने मुंबई के न्हावा शेवा पोर्ट पर ही रोक दिया है. हालांकि पाकिस्तान ने दावा किया है कि यह जहाज में कारोबारी साजो-सामान लेकर कराची जा रहा था और इसमें परमाणु कार्यक्रम के लिए कोई मशीन नहीं थी.

पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने इस जहाज को जब्त किए जाने से जुड़ी रिपोर्ट्स को ‘तथ्यों की गलत बयानी’ करार दिया है. विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है, ‘यह कराची स्थित एक वाणिज्यिक इकाई द्वारा खरादी गई मशीन के आयात का एक साधारण मामला है, जो पाकिस्तान में ऑटोमोबाइल उद्योग को कल-पुर्जों की आपूर्ति करता है. इस उपकरण के विनिर्देश स्पष्ट रूप से इसके विशुद्ध रूप से व्यावसायिक उपयोग का संकेत देते हैं. इसके लिए पारदर्शी बैंकिंग चैनलों के माध्यम से ही ट्रांजैक्शन किया गया था, जिसके सभी प्रासंगिक दस्तावेज मौजूद हैं.’

पाकिस्तानी अधिकारियों ने इसे ‘अनुचित जब्ती’ बताते हुए कहा कि यह ‘अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का उल्लंघन’ है और संबंधित निजी कंपनियां इस मामले को आगे बढ़ा रही हैं.

जहाज के कंटेनर से मिली CNC मशीन
बता दें कि मुंबई पोर्ट पर कस्टम अधिकारियों ने खुफिया जानकारी के आधार पर कार्गो शिप ‘सीएमए सीजीएम अत्तिला’ को पोर्ट पर रोक दिया था. इस जहाज पर माल्टा का झंडा लगा था और यह चीन से पाकिस्तान के कराची जा रहा था. कस्टिम अधिकारियों ने इस जहाज की जांच की तो पता चला कि इसके एक कंटेनर में कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल (सीएनसी) मशीन रखी हुई थी.

अधिकारियों ने कहा कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की एक टीम ने इस मशीन की जांच की और पाकिस्तान की परमाणु परियोजना विशेष रूप से मिसाइल बनाने के लिए महत्वपूर्ण घटकों के निर्माण में इसके संभावित उपयोग की पुष्टि की. यह मशीन कंप्यूटर से चलती है और सटीकता व दक्षता के लिए जानी जाती है.

सीएनसी मशीनें ‘वासेनार समझौते’ के तहत आती हैं. वासेनार एक अंतरराष्ट्रीय हथियार नियंत्रण व्यवस्था है जिसका उद्देश्य नागरिक व सैन्य दोनों उपयोगों वाले उपकरणों के प्रसार को रोकना है. भारत इसका सक्रिय भागीदार है. सीएनसी मशीन का उपयोग उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु कार्यक्रम में किया था.