देश की राजधानी क्षेत्र में कैंसर की नकली दवा बेचने के आरोप में क्राइम ब्रांच पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने कीमोथेरेपी के नकली इंजेक्शंस की नकली दवा का कारोबार करने रहे 4 और अरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह के तार कई राज्यों से जुड़े हुए हैं. शुक्रवार को जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है उनके नाम इस प्रकार से हैं- रोहित, जितेंद्र, माजिद और साजिद. दिल्ली क्राइम विभाग ने बताया कि ये लोग अब तक करीब 25 करोड़ से ज्यादा को नकली दवाई बेच चुके है. सभी 12 आरोपी सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे के संपर्क में आए थे. पुलिस ने गिरफ्त में आए आरोपियों के कुल 14 बैंक अकाउंट सीज कर दिया है. इनके अकाउंट्स से करीब 90 लाख रुपए बरामद किए गए थे.
क्राइम विभाग की पुलिस ने बुधवार को 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इनका नाम विफल जैन, सूरज शत, नीरज चौहान, प्रवेज, कोमल तिवारी, अभिनय कोहली और तुषार चौहान हैं. पुलिस ने बताया कि सभी आरोपी दिल्ली के अलग-अलग हॉस्पिटल में आंनकोलॉजी विभाग में काम करते थे. ये आरोपी कैंसर के सस्ता इंजेक्शन देने का झांसा देकर लोगों को फंसाते थे और लोगों को 1 से 3 लाख तक में बेचते थे. पुलिस ने बताया कि कोमल तिवारी और अभिनय कैंसर अस्पताल से इंजेक्शन की खाली शीशी 5000 रुपये में गोरखधंधे के मास्टरमाइंड को बेचते थे, इसके बाद इसमें 100 रुपये का नकली दवा डालकर रोगियों के तामिरदारों को बेचा जाता था.
इन चारों आरोपियों ने क्या बताया?
पुलिस ने बताया कि कैंसर अस्पताल में काम करने वाले आरोपी न सिर्फ इस्तेमाल की गई खाली शीशी गैंग के सरगना नीरज को बेचते थे बल्कि ये लोग मरीज को दवा की दो शॉट्स देने के बजाय सिर्फ एक देते और एक गायब कर देते थे और एक असली दवा भी नीरज को बेच देते थे, नीरज असली शीशियों को खरीदारों को बेच देता था ताकि पकड़े जाने पर जांच में असली दवा ही मिले.
कितने रुपये का कारोबार कर चुके हैं?
दिल्ली क्राइम विभाग की पुलिस के मुताबिक, ये लोग अब तक करीब 25 करोड़ से ज्यादा को नकली दवाई बेच चुके है. सभी 12 आरोपी सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे के संपर्क में आए थे. पुलिस ने गिरफ्त में आए आरोपियों के कुल 14 बैंक अकाउंट सीज कर दिया है. इनके अकाउंट्स से करीब 90 लाख रुपए बरामद किए गए थे.