रूस की राजधानी मॉस्को के बाहरी इलाके में स्थित एक कॉन्सर्ट हॉल में हुए आतंकी हमले में मृतक संख्या बढ़कर 143 पहुंच गई है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से रूस के साथ खड़े होने का आग्रह करते हुए शनिवार को वादा किया कि वह इस कायरतापूर्ण हमले के अपराधियों को सजा जरूर देंगे.
71 वर्षीय पुतिन ने टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि हमले में सीधे तौर पर शामिल चार बंदूकधारी यूक्रेन से सटी रूस की सीमा की ओर बढ़ रहे थे. राष्ट्रपति ने कहा, ‘हम इस आतंकवादी हमले की जांच करवाएंगे और हमारे पास पहले से ही कुछ नतीजे हैं. लोगों को गोली मारने में सीधे तौर पर शामिल सभी चार अपराधियों का पता लगा लिया गया है और उन्हें पकड़ लिया गया है.’
पुतिन ने कहा, ‘उन्होंने भागने की कोशिश की… वे यूक्रेन की सीमा की ओर बढ़ रहे थे और हमारे पास डेटा है, जो बताता है कि वे यूक्रेन के क्षेत्र में जाने वाले थे. हमारे जांचकर्ता इस हमले के साजिशकर्ताओं का पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं.’
उधर कीव ने कहा कि उसका इस हमले से “कोई लेना-देना नहीं” है. उसने हमले को रूसी “उकसावे” का नतीजा बताया और यह दावा किया कि इसके पीछे मॉस्को की विशेष सेवाएं थीं. यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदोमीर ज़ेलेंस्की ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में पुतिन पर मॉस्को कॉन्सर्ट हॉल हमले के लिए कीव पर “दोष मढ़ने” की कोशिश करने का आरोप लगाया. ज़ेलेंस्की ने कहा, ‘मॉस्को में कल जो हुआ वह स्पष्ट रूप से पुतिन के उकसावे का नतीजा है.’
रूसी पुलिस की हिरासत में 11 संदिग्ध हैं, जिनमें वे चार बंदूकधारी भी शामिल हैं, जो इस जघन्य हमले को अंजाम देने में सीधे तौर पर शामिल थे. इस्लामिक स्टेट ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसके लड़ाकों ने मॉस्को के बाहरी इलाके में एक बड़ी सभा” पर हमला किया और सुरक्षित रूप से अपने ठिकानों पर लौट आए
हालांकि रूसी राष्ट्रपति ने कहा, ‘हम जानते हैं कि आतंकी खतरे का क्या मतलब है, यह रूस के खिलाफ हमला है और हम उम्मीद करते हैं कि हमारे दर्द को साझा करने वाले अन्य देश हमारे साथ सहयोग करेंगे.’ हाल ही में दोबारा चुने गए पुतिन ने कहा, ‘हम इस आम दुश्मन के खिलाफ एकजुट रहेंगे, इन आतंकवादियों की कोई राष्ट्रीयता नहीं है और उनके लिए केवल एक ही भविष्य है – बदला.’
पुतिन ने कहा, ‘फिलहाल हमारा साझा कर्तव्य एक साथ खड़ा होना, एकजुट रहना है… और मेरा मानना है कि अगर हम एक साथ खड़े हैं, तो कोई हमें विभाजित नहीं कर सकता, कोई भी हमारी आम ताकत को कमजोर नहीं कर सकता.” उन्होंने कहा कि रूस को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. इसका इतिहास हमेशा मजबूती से सामने आया है.’
इससे पहले रूसी सुरक्षा एजेंसी – संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) ने कहा था कि हमलावर सीमा की ओर गाड़ी चला रहे थे. एफएसबी ने कहा, ‘आतंकवादी हमले को अंजाम देने के बाद अपराधियों का इरादा रूसी-यूक्रेनी सीमा पार करने का था और उनके यूक्रेनी लोगों से उचित संपर्क थे.’