सूर्यग्रहण एक ऐसा वक्त होता है, जब चंद्रमा सूर्य को ढंक लेता है. उसकी कुछ छाया ही हमें दिखाई देती है. लेकिन 8 अप्रैल को होने वाला सूर्यग्रहण कुछ अलग होगा. साइंटिस्ट के मुताबिक, इस बार उसमें भयानक विस्फोट होगा और भयंकर ज्वाला निकलती नजर आएगी. अगर आप सूर्यग्रहण के दौरान सूर्य के कोरोना को ध्यान से देखेंगे तो पाएंगे कि अंतरिक्ष में धरती से कई गुना लंबी-चौड़ी ज्वाला फैली नजर आएगी. ऐसा लगेगा कि अंतरिक्ष में आग लगी हो.
लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक, 20 अप्रैल, 2023 को ऑस्ट्रेलिया में इसी तरह का नजारा दिखा था. इस बार का सूर्यग्रहण आप सीधे देख सकते हैं. चश्मे की भी जरूरत नहीं होगी. हालांकि, भारत में ये आंशिक रूप से ही महसूस होगा. लेकिन अमेरिका में पूर्ण सूर्यग्रहण नजर आएगा. अगर आप हाइड्रोजन अल्फा टेलीस्कोप का उपयोग करते हैं, तो आप सूर्य से निकलने वाली ज्वाला को कई दिनों तक देख सकेंगे. यह दुर्लभ घटना है, जो वर्षों बाद नजर आती है.
कोरोनल मास इजेक्शन कहते हैं इसे
कोलोराडो वेधशाला में भौतिक विज्ञानी ने बताया कि इस घटना को साइंटिफिक भाषा में कोरोनल मास इजेक्शन (CME) कहते हैं. जब सूर्य के कोरोना से चुंबकीय क्षेत्र और प्लाज्मा द्रव्यमान का एक विशाल उत्सर्जन होता है, तो लगता है कि उसमें से आग की लपटें निकल रही हैं. यह विस्फोट भयानक होगा और लंबी अवधि तक चलेगा. सौर ज्वालाएं सूर्य की सतह पर रेडियो तरंगों, दृश्य प्रकाश, एक्स-रे और गामा-किरणों का शक्तिशाली विस्फोट हैं जो प्रकाश की गति से यात्रा करती हैं. धरती तक इसे पहुंचने में सिर्फ 8 मिनट लगता है. इसी से हमें प्रकाश का अनुभव होता है.
दुर्लभ दृश्य दिखाई देगा
जब 8 अप्रैल को चंद्रमा पूरी तरह से सूर्य को ढक लेगा, तो दर्शकों को सूर्य के कोरोना और उससे निकलने वाली हर चीज का एक दुर्लभ दृश्य दिखाई देगा. इस दृश्य को देखने के लिए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने खास तैयारी की है. ये भी बताया है कि अगर आप इसे अपने मोबाइल पर रिकॉर्ड करना चाहते हैं, तो आसानी से कर सकते हैं. ये आपकी आंखों को भी नुकसान पहुंचाने वाला नहीं होगा.