ईरान और इजरायल के बीच युद्ध की आशंका के मद्देनजर विदेश मंत्रालय ने एडवायजरी जारी की है. विदेश मंत्रालय ने भारतीयों को ईरान और इजरायल न जाने का सुझाव दिया है. दोनों देशों में मौजूद भारतीयों को भारतीय दूतावास से संपर्क करने की सलाह दी गई है. सावधानी बरतने और सुरक्षा के नजरिये से कम से कम मूवमेंट करने का सुझाव दिया गया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान अगले 48 घंटों के भीतर इजरायल पर सीधा हमला कर सकता है. जबकि इजरायल इसका सामने करने की तैयारी कर रहा है.
इजरायल के पुराने प्रतिद्वंद्वी ईरान के साथ टकराव तब हो रहा है जब वह गाजा में हमास के साथ युद्ध में उलझा हुआ है. इजराइल-हमास युद्ध का कोई अंत नजर नहीं आ रहा है. रिपोर्टों के अनुसार, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के एक सलाहकार ने कहा कि हमले की योजना सर्वोच्च नेता के सामने है, और वह अभी भी राजनीतिक जोखिम का आकलन कर रहे हैं.
मिडिल ईस्ट में यह ताजा तनाव तब आया है जब ईरान ने सीरिया के दमिश्क में अपने वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले का बदला लेने की कसम खाई है. जिसमें एक टॉप ईरानी जनरल और छह अन्य सैन्य अधिकारी मारे गए थे. ईरान ने हमले के लिए इजरायल को दोषी ठहराया, जबकि इजरायल ने सार्वजनिक रूप से हमले में अपनी भूमिका को स्वीकार या अस्वीकार नहीं किया है. कथित तौर पर इजरायली युद्धक विमानों ने 1 अप्रैल को दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला किया.
सीरिया की राजधानी में ईरानी वाणिज्य दूतावास को ध्वस्त करने वाले हमले में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स के मोहम्मद रजा जाहेदी की मौत हो गई. दमिश्क में हमले ने इजरायल द्वारा ईरानी सैन्य अधिकारियों को निशाना बनाने में बढ़ोतरी का संकेत दिया, जिन्होंने इजरायल के खिलाफ लड़ने वाले आतंकवादी समूहों का समर्थन किया था. इजरायल पर आसन्न हमले के जोखिमों को कबूल करते हुए अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस ने इजरायल में अमेरिकियों के लिए एक ट्रैवल एडवायजरी जारी की है.