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जिले में सरपंच पति ने बिना किसी वैध दस्तावेज के ही शासकीय भूमि पर लगे एक हजार नग नीलगिरी के पेड़ों को कौड़ियों के भाव दिया गया बेच

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साल भर पुराने ग्राम सभा मे प्रस्ताव पारित कर 1000 नग नीलगिरी के पेड़ों को बेचने का मामला आया सामने, मामले को अधिकारी ने बताया गम्भीर।।

पेड़ों को लगभग 350000 में किया गया था विक्रय।।

पेंड्रा। जिले में सरपंच पति की दबंगई सामने आई है जिसमे सरपंच पति ने बिना किसी वैध दस्तावेज के ही शासकीय भूमि पर लगे एक हजार नग नीलगिरी के पेड़ों को कौड़ियों के भाव भेज दिया। इतना ही नही साल भर पुराने ग्राम सभा मे प्रस्ताव पारित कर 1000 नग नीलगिरी के पेड़ों को बेचने का मामला सामने आया है। तो मामले को अधिकारी गम्भीर बता रहे है। दरअसल पूरा मामला जिले के गौरेला ब्लॉक के पतरकोनी गाव का है जहां पर महिला सरपंच कौशिल्या ओट्टी के पति सरोधन सिंह के द्वारा गाव के गौठान के बगल में लगभग 5 एकड़ क्षेत्र में लगे 1000 से अधिक नीलगिरी के पेड़ों को अवैध और मनमाने तरीके से कटवाकर बेच दिया गया। मामले की जानकारी ग्रामीणो के द्वारा वन विभाग को दी गई मामले की जानकारी मिलते ही मरवाही वन मंडल का उड़न दस्ता मौके पर पहुचा और नीलगिरी के पेड़ों की कटाई को लेकर जानकारी ली गई तो सरपंच पति सरोधन सिंह के पास कोई भी वैध दस्तावेज उन्हें नही मिला एक प्रस्ताव ग्राम पंचायत का मिला वो भी एक साल पुराना 2023 का जिसमें ग्राम सभा मे प्रस्ताव पारित करके पेड़ों की कटाई किया जाना था। वही वन विभाग ने जब दस्तावेज की जांच की तो पता चला शासकीय भूमि सामाजिक वानिकी नीलगिरी प्लाटेशन होने का दस्तावेज मिला जिसने बिना वैध दस्तावेजो के सरपंच पति के द्वारा कटाई की गई मामले में मौके पर पहुचे वन अधिकारियों के द्वारा मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को देने की बात कही गई। तो अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के द्वारा पेड़ो की कटाई के सम्बंध में कहना था कि गलत तरीके से कटाई कराई जा रही है।

वर्जन।

1. सरोधन सिंह ओट्टी सरपंच पति ग्राम पंचायत पतरकोनी।।

वही पतर कोनी के सरपंच सरोधन सिंह ओट्टी से चर्चा किया गया तो उन्होंने कहा कि पेड़ों की कटाई करके चौराहा महादेव के लिए मंदिर बनवाना है उसके लिए पेड़ों को कटवाया गया था वही पंचायत में प्रस्ताव में बैठक लगाकर प्रस्ताव पारित किया गया है। लगभग 1000 पेड़ होंगे। वही हमारे द्वारा ना एसडीएम से और ना ही वन विभाग से परमिशन लिया गया है। वही इन पेड़ों का सौदा लगभग 350000 रुपए में हुआ है जिसमें 150000 रुपए हमें प्राप्त हुआ है। बाकी पैसा बाकी है। इसे 15 से 20 दिनों में सौदा किए हुए को देना है। वही ऐसा पेड़ लगभग 4 वर्ष पुराने हैं।।

2. एम के शर्मा उड़न दस्ता अधिकारी वन विभाग।।

वही वन विभाग के उड़ान दस्ता अधिकारी एमके शर्मा से चर्चा किया गया तो उन्होंने बताया कि यह ग्राम गौठान का प्लांटेशन है, जो कि हमें इसकी शिकायत मिली जिसके बाद हम यहां मौके पर पहुंचे हैं जहां जांच के बाद पता चले कि या फॉरेस्ट की भूमि है। वही उनके दस्तावेज में सामाजिक वानकीय लिखा हुआ है जो की फॉरेस्ट की भूमि है। वहीं इसके लिए हम राजस्व विभाग से भी ज्ञापन करवाएंगे। सरपंच के द्वारा मौके पर पेश किए हुए दस्तावेज में नक्शा खसरा ग्राम पंचायत का प्रस्ताव दिया गया है जो की 1 साल पुराना रिकॉर्ड है जो वैलिड नहीं है। इसके आधार पर पेड़ों की कटाई नहीं किया जा सकता है इसके लिए वन विभाग से अनुमति लेनी थी उसके बाद ही कटाई करनी थी। इसे हमारे द्वारा कॉपी ले लिया गया है और उच्च अधिकारियों को दिखाएं जिसके बाद कार्रवाई जांच पड़ताल के बाद ही कार्रवाई की जाएगा।

3. अमित बैक एसडीएम पेंड्रा रोड

वही इस मामले में अनुविभागी राजस्व दंडाधिकारी पेंड्रा रोड अमित बैक से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी उन तक पहुंची है। और इस पर तत्काल रोक लगाया जायेगा। वहीं गलत तरीके से कटाई कराई जा रही है। साथ ही जांच पड़ताल के बाद ही कार्रवाई की जायेगी।