Home छत्तीसगढ़ सरकार ने एसपी-कलेक्टर को किया निलंबित, 121 लोग गिरफ्तार

सरकार ने एसपी-कलेक्टर को किया निलंबित, 121 लोग गिरफ्तार

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छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में 10 जून को हुई हिंसा के तीन दिन बाद राज्य सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है. प्रदेश की विष्णुदेव साय सरकार ने बलौदा बाजार के कलेक्टर कुमार लाल चौहान और एसपी सदानंद कुमार को निलंबित कर दिया है. निलबंन की अवधि में आईएएस केएल चौहान का मुख्यालय महानदी भवन होगा. वहीं, एसपी सदानंद का मुख्यालय रायपुर में पुलिस हेडक्वार्टर होगा. दूसरी ओर, राज्य सरकार ने इस मामले में एक सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है. यह आयोग 6 बिंदुओं पर हिंसा की जांच करेगा. आयोग तीन महीने के अंदर रिपोर्ट शासन को भेजेगा. इसआयोग की अध्यक्षता सेवानिवृत्त न्यायधीश सीबी वाजपेई करेंगे.

गौरतलब है कि बलौदा बाजार हुई हिसां को लेकर पुलिस ने अभी तक विभिन्न धाराओं में 8 एफआईआर दर्ज की है. पुलिस उपद्रवी तत्वों के छिपने के ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है. पुलिस पूछताछ के लिए कई लोगों को हिरासत में ले चुकी है. घटना के बाद पुलिस ने 82 लोगों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने 13 जून को भी 39 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस मामले में बलौदा बाजार पुलिस अभी तक 121 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.

कांग्रेस दल करेगा मुआयना
इस मामले में बवाल मचने के चार दिन बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, विधायक आज बलौदा बाजार जाएंगे. वे यहां स्थानीय लोगों से भेंट करेंगे. सभी नेता मौके का मुआयना भी करेंगे. वे यहां सतनामी समाज के प्रतिनिधियों से भी मिलेंगे. कांग्रेस के इस दल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व सीएम भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत समेत कई नेता शामिल हैं. यह दल राजीव भवन से सुबह 11 बजे रवाना होगा.

आखिर क्या है पुरा मामला
बता दें, 15-16 मई की दरमियानी रात कुछ असामाजिक तत्व गिरौधपुरी धाम में घुस गई थे. उन्होंने सतनामी समाज के धार्मिक स्थल के पूज्य जैतखाम में तोड़फोड़ की थी. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस की इस कार्रवाई से समाज के लोग असंतुष्ट थे और न्यायिक जांच की मांग कर रहे थे. इस बीच गृहमंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच की घोषणा भी कर दी थी. जैतखाम में तोड़फोड़ के विरोध में हजारों लोग 10 जून को कलेक्ट्रेट के पास इकट्ठे हुए और जमकर हंगामा किया. यहां उनका प्रदर्शन हिंसक हो गया. इसके बाद उपद्रवियों ने तांडव मचाते हुए कलेक्ट्रेट और एसपी कार्यालय को आग के हवाले कर दिया. इस घटना में वहां मौजूद 20-30 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. फिलहाल, शहर में 16 जून तक धारा 144 लागू है.