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बजट के एक दिन पहले शेयर बाजार में किए गए निवेश पर मिलता है नेगेटिव रिटर्न! स्टडी में हुआ खुलासा

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जुलाई के तीसरे हफ्ते में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए मोदी 3.0 का पहला बजट पेश होने वाला है. बजट पेश होने से पहले ही शेयर बाजार लगातार नए रिकॉर्ड हाई बना रहा है. सेंसेक्स 80,000 के ऐतिहासिक हाई से थोड़े ही फासले की दूरी पर है. जबकि निफ्टी 24,000 के ऊपर कारोबार कर रहा है और 25,000 के आंकड़े की ओर बढ़ रहा है. बजट पेश होने से पहले एक चौंकाने वाली स्टडी सामने आई है. इस स्टडी के मुताबिक ये देखने को मिला है कि शेयर बाजार के निवेशक बजट पेश होने के एक हफ्ते पहले बाजार में अपने एक्सपोजर को कम कर लेते हैं और बजट पेश होने के एक हफ्ते के बाद फिर से शेयर बाजार में एंट्री कर लेते हैं. और जो बजट के एक दिन पहले एंट्री कर लेते हैं उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है.

बजट के दिन कैसी रही है शेयर बाजार की चाल
कैपिटलमाइंड फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड जो कि सेबी रजिस्टर्ड पोर्टफोलियो मैनेजर है उसने 24 साल में बजट के दौरान शेयर बाजार की चाल को लेकर स्टडी किया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक साल 2000 से सीएनएक्स500 (CNX500) ने 24 बजट दिनों के दौरान -0.1 फीसदी मेडियन रिटर्न दिया है. इस स्टडी के मुताबिक पिछले 24 सालों में सबसे ज्यादा रिटर्न 1 फरवरी 2021 को पेश हुए बजट वाले दिन निवेशकों को मिला है 4.1 फीसदी का रिटर्न मिला था. जबकि सबसे ज्यादा नुकसान 6 जुलाई 2009 को पेश किए गए बजट वाले दिन निवेशकों को हुआ था. इस दिन -5.4 फीसदी का नुकसान हुआ था.

बजट के बाद निवेश कर हैं बाजार में एंटर
कैपिटलमाइंड फाइनेंशियल सर्विसेज की स्टडी के मुताबिक बजट पेश होने के एक हफ्ते पहले और एक हफ्ते बाद जो मार्केट की चाल होती वो बेहद चौंकाने वाली होती है. निवेशक बजट दिन के दिन हने वाले उतार-चढ़ाव के चलते अपने एक्सपोजर को कम कर देते हैं क्योंकि 63 फीसदी समय नेगेटिव रिटर्न मिलता है. लेकिन इस इवेंट के खत्म होने के बाद जैसे ही अस्थिरता खम हो जाती है निवेशक फिर से बाजार में एंटर कर लेते हैं और इस दौरान 62 फीसदी समय पॉजिटिव रहा है.

बजट से पहले निवेश पर नेगेटिव रिटर्न
इस स्टडी के मुताबिक अगर कोई निवेशक बजट के एक दिन पहले निवेश करता है तो एक महीने के बाद 54 फीसदी इस बात की संभावना होती है कि निवेश पर नेगेटिव रिटर्न मिलेगा. लेकिन अग कोई निवेशक अपने निवेश की अवधि को बढ़ाता है जो उसे अगले 2-3 सालों में पॉजिटिव रिटर्न मिलता है. कैपिटलमाइंड के इंवेस्टमेंट और हेड ऑफ रिसर्च अनुप विजयकुमार ने कहा, हमारे अध्ययन के मुताबिक बजट से पहले और उसके फौरन बाद बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है. हालांकि लंबी अवधि में बाजार की चाल कॉरपोरेट्स के अर्निंग्स ग्रोथ (Corporate Earnings Growth) की बुनियाद पर निर्भर करता है. उन्होंने निवेशकों को सलाह देते हुए, बजट से लगाई जा रही उम्मीदों या घोषणाओं के आधार पर इक्विटी आवंटन से बचना चाहिए. इसकी जगह अपने वित्तीय लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए अपने इंवेस्टमेंट प्लान के साथ आगे बढ़ना चाहिए.