परिजनों ने कहा, जेल प्रशासन द्वारा समय पर नहीं कराया गया इलाज
जिले के जिला जेल में बंद कैदी की मौत का मामला सामने आया है। जहां परिजनों ने जिला जेल प्रशासन पर समय पर इलाज न करने का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि, जिले के गौरेला के ज्योतिपुर का निवासी अशोक सोनकर, चोरी के आरोप में पेंड्रारोड के जिला जेल गोरखपुर में बीते , 23 दिसंबर 2023 से जिला जेल में बंद था, साथ ही मिली जानकारी के अनुसार मृतक अशोक सोनकर पर चोरी के बर्तन खरीदने का आरोप था, जिस पर वह पेंड्रारोड के गोरखपुर जिला जेल में विचाराधीन कैदी था।
जिसे उल्टी की शिकायत के बाद जिला अस्पताल लाया गया था, जहां रात में ही उसका इलाज कराकर उसको जेल में वापस ले जाया गया , कल सुबह फिर उसको जाँच के लिए जिला अस्पताल लाया गया , जहाँ अचानक फिर तबियत बिगड़ने पर उसको बिलासपुर रेफर कर दिया गया था, पर बिलासपुर ले जाने के पहले ही उसकी मौत हो गई।
वहीं,अशोक सोनकर की मौत के बाद परिजनों ने जेल प्रशासन पर मारपीट एवं समय पर इलाज ना कराने एवम लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा मचाया , साथ ही जिला जेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की गई ।
1. ओम चंदेल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
वहीं ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल ने बताया कि अशोक सोनकर की जेल में रात को तबीयत खराब हो गई थी, रात में ही अस्पताल लाकर इलाज कराकर वापस जेल ले जाया गया था, जांच के लिए जिला अस्पताल लाने के बाद तबीयत बिगड़ने पर उसकी मौत हो गई। आज पंचनामा, पोस्टमार्टम और अन्य कार्रवाई की जाएगी।
2. सेवक राम सोनकर जिला जेल अधीक्षक पेंड्रा रोड
वहीं, पेंड्रारोड के जिला जेल अधीक्षक सेवक राम सोनकर से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि जिला जेल परिजनों के द्वारा लगाया गया आरोप को लेकर अधिकारी ने बताया यह आरोप पूर्ण रूप से फर्जी आरोप है। जेल में ना किसी भी बंदी को मारा जाता है और ना ही किसी पिटाई की जाती है।
वहीं ,उन्होंने बताया कि जेल में परिजन मुलाकात के लिए आते हैं।
मृतक की तबीयत खराब को लेकर कहा कि इस तरह की स्थिति है इसलिए परिजन कुछ भी आप जेल प्रशासन या फिर पुलिस प्रशासन पर लगा देते हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं है।