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उफान मारती नदी को पार कर नक्सलियों के ठिकाने पर पहुंचे जवान, मुठभेड़ में हार्डकोर नक्सली ढेर

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छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन मानसून के दौरान दंतेवाड़ा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में जवानों ने एक हार्डकोर नक्सली को मार गिराया है. मारे गए नक्सली के शव के पास से हथियार सहित नक्सलियों का सामान भी बरामद किया है.

इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए जवान बारिश के मौसम में उफनती इंद्रावती नदी के तेज बहाव पार कर नक्सलियों के ठिकानों पर पहुंचे. मौके पर पहुंच कर जवानों ने नक्सलियों के अस्थाई ठिकानों पर धावा बोल दिया. हालांकि घने जंगल का फायदा उठाते हुए कई नक्सली मौके से भागने में कामयाब रहे.

सर्चिंग के दौरान जवानों ने एक पुरुष नक्सली का शव बरामद किया है. फिलहाल मारे गए नक्सली की पहचान नहीं हो पाई है, जिसकी शिनाख्ती करने में डीआरजी के जवान जुटे हुए हैं. जवानों का दावा है कि इस मुठभेड़ में और भी नक्सलियों के घायल होने की प्रबल संभावना है. फिलहाल सभी जवान मारे गए नक्सली का शव लेकर सुरक्षित पुलिस कैंप लौट आए हैं.

नक्सलियों का अस्थाई कैंप जवानों ने किया ध्वस्त
मुठभेड़ की जानकारी देते हुए दंतेवाड़ा के एसपी गौरव राय ने बताया कि जिले के गीदम थाना क्षेत्र के ईकेली, नेलगोड़ा, तुमनार के जंगल और पहाड़ियों में माओवादियों के उपस्थिति की सूचना मिली थी. सूचना के आधार पर शनिवार (10 अगस्त) को डीआरजी और बस्तर फाइटर के जवानों के जरिये इलाके में सर्च अभियान चलाया गया.

दंतेवाड़ा के एसपी के मुताबिक, भारी बारिश के दौरान इंद्रावती नदी के उफान पर होने के बावजूद, जान की परवाह न करते हुए तेजधार नदी को पार कर जान नक्सलियों के ठिकाने पर पहुंचे. इसी दौरान DRG और बस्तर फाइटर के जवानों पर पहले से ही घात लगाए बैठे नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.

मौके से नक्सली का शव बरामद
सुरक्षा बलों ने भी मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की और लगभग 2 घंटे तक मुठभेड़ चली. फायरिंग रुकने के बाद घटनास्थल पर जवानों के जरिये सर्च ऑपरेशन के दौरान एक पुरुष नक्सली का शव और हथियार के साथ ही उनका कई सामान बरामद हुआ है.

एसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मारा गया नक्सली शायद प्लाटून नंबर 16 का सदस्य था. फिलहाल इसकी शिनाख्ती कार्रवाई जारी है. जवानों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस मुठभेड़ में और भी नक्सलियों के घायल होने की पूरी संभावना है. फिलहाल सभी जवान कैंप में सुरक्षित लौट आए हैं.

16 लाख के इनामी नक्सलियों ने किया सरेंडर
बीजापुर जिले में जवानों के एंटी नक्सल ऑपरेशन के दबाव की वजह से 2 इनामी समेत 3 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इनमें दो नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपये का ईनाम घोषित है.

बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों में एक महिला और एक पुरुष नक्सली माओवादी संगठन कंपनी नंबर एक और दो के सदस्य हैं.

सरेंडर करने वाले नक्सलियों का खुलासा करते हुए बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि इनमें से एक नक्सली जनमिलिशिया का सदस्य है. तीनों ही नक्सली पिछले कई साल से संगठन से जुड़कर काम कर रहे थे. नक्सली रमेश फरसा, मनकी माड़वी और लक्ष्मण पोटॉम ने हिंसा का रास्ता छोड़ सरेंडर कर दिया है.

20 साल से माओवादी संगठन में थे सक्रिय
बीजापुर एसपी ने बताया कि रमेश और मनकी PLGA कंपनी नंबर 2 में प्लाटून नंबर एक का सदस्य था और पिछले 20 सालों से माओवादी संगठन में सक्रिय रहा है. दोनों के खिलाफ बीजापुर जिले के अलग-अलग थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.

एसपी जितेंद्र यादव के मुताबिक, इन सभी ने हिंसा की राह छोड़कर इनामी नक्सलियों ने सरेंडर करने की सोची और बीजापुर पुलिस से संपर्क कर मुख्यधारा से जुडे़. उन्होंने बताया कि बीजापुर जिले में बीते 6 महीने में अब तक 145 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है.