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जाति प्रमाण पत्र के मामले में जिसकी भी लापरवाही होगी उसे इस माह वेतन नहीं मिलेगा – एसडीएम अमित बेक

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जाति प्रमाण पत्र बनवाने का काम हर हाल में सितंबर माह में पूरा करें – एसडीएम अमित बेक

जाति प्रमाणपत्र की प्रगति के संबंध में प्राचार्य एवं प्रधान पाठकों आयोजित ली गई

जीपीएम जिले की कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी के मार्गदर्शन में अनूसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के स्कूली छात्र छात्राओं के जाति प्रमाण पत्र बनाने की प्रगति के संबंध में एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना सभाकक्ष में गौरेला ब्लॉक के हाईस्कूल, हायर सेकंडरी स्कूल के प्राचार्य एवं मिडिल स्कूल के प्रधान पाठकों की आयोजित की गई समीक्षा बैठक में पेण्ड्रारोड के एसडीएम अमित बेक ने कहा कि आप सभी से अपेक्षा है कि काम ऐसा करें कि ना हमारी समीक्षा हो और ना आपकी समीक्षा हो।

एसडीम ने कहा कि सकारात्मक सोच के साथ सभी छात्र-छात्राओं का इस माह के अंदर जाति प्रमाण पत्र बनाने का काम निश्चित तौर पर पूरा कर लें। उन्होंने बताया कि कलेक्टर का निर्देश है कि जाति प्रमाण पत्र के मामले में जिसकी भी लापरवाही होगी उसे इस माह वेतन नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन के द्वारा जाति प्रमाण पत्र बनाने में पूर्ण सहयोग किया जा रहा है। समय-समय पर हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में शिविर आयोजित किये जा रहे हैं। जरूरत पड़ने पर और भी शिविर लगाए जाएंगे, लेकिन जाति प्रमाण पत्र का काम इस माह हर हाल में पूरा होना चाहिए।

एसडीम अमित बेक ने बताया कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के छात्राओं के जाति प्रमाण पत्र के लिए 1950 से पहले का दस्तावेज और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 1984 से पहले का दस्तावेज संलग्न करना है। यदि जिनके पास यह दस्तावेज नहीं है, तो शासन ने उनका जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए सरलीकरण अधिनियम बनाया है, जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्र के लोग ग्रामसभा का प्रस्ताव और नगरीय क्षेत्र के लोग नगर पालिका की परिषद के बैठक का प्रस्ताव लगाकर जाति प्रमाण पत्र बनवा सकते हैं। उन्होंने सभी संस्था प्रमुखों से कहा कि इस कार्य को जितना जल्दी पूरा करेंगे, उतना ज्यादा शालेय गतिविधि में ध्यान दे पाएंगे। एसडीम ने कहा कि सभी जाति प्रमाण पत्र का लक्ष्य पूर्ण करें जिससे कि किसी के ऊपर कार्यवाही करने की जरूरत नहीं पड़े। उन्होंने यह भी कहा कि जिस छात्र-छात्रा के परिवार रिश्तेदार में भाई-बहन, चाचा, ताऊ या उनके बच्चों का जाति प्रमाण पत्र पहले बन चुका है, उसकी छायाप्रति आवेदन के साथ लगाने से जाति प्रमाण पत्र बन जाएगा।
वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि जो बच्चे हॉस्टल में पढ़ रहे हैं, उनके लिए हॉस्टल अधीक्षक से सामंजस्य बनाकर काम लिया जाए और सभी बच्चों के अभिभावक से भी सहयोग लिया जाए, जिससे की जाति प्रमाण पत्र का काम हर हाल में सितंबर माह में पूरा हो जाए।

बैठक में जीपीएम जिले के डीईओ जेके शास्त्री ने कहा कि जितनी योजनाएं शासन की लागू हैं, उन सभी का लाभ हर हाल में छात्र छात्राओं को दिलाने की जवाबदारी संस्था प्रमुखों की है। इसलिए संस्था प्रमुख छात्रों को शासन की सभी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए तत्पर होकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि यदि समस्या गिनाएंगे तो बहुत समस्याएं हैं, परंतु हमें समस्या के समाधान की दिशा में काम करके लक्ष्य प्राप्त करना है। उन्होंने बताया कि जाति प्रमाण पत्र बनाने के मामले में राजस्व विभाग से पूरा सहयोग मिल रहा है। गौरेला ब्लॉक आकांक्षी ब्लॉक है, यहां जन मन योजना भी लागू है। इस ब्लॉक का पूरे राज्य में बहुत अधिक महत्व है। इसलिए सभी संस्था प्रमुख अपनी जिम्मेदारी का अच्छी तरह से निर्वहन करें। उक्त बैठक में पेण्ड्रारोड के एसडीएम अमित बेक, डीईओ जेके शास्त्री, पेण्ड्रारोड के तहसीलदार अविनाश कुजूर, गौरेला के बीईओ डॉ. संजीव शुक्ला, कार्यालय सहायक मेवा सिंह राठौर, जाति प्रमाण पत्र के नोडल अधिकारी सत्यनारायण जायसवाल एवं समस्त प्राचार्य व प्रधान पाठक उपस्थित थे।