Home छत्तीसगढ़ राज्यपाल के हाथों सम्मानित हुए अनिल गढ़ेवाल

राज्यपाल के हाथों सम्मानित हुए अनिल गढ़ेवाल

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बिलासपुर छत्तीसगढ़ शासन संस्कृति विभाग एवं जिला प्रशासन रायगढ़ द्वारा आयोजित राष्ट्रीय चक्रधर समारोह के समापन अवसर के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के राज्यपाल महामहीम रमेन डेका साहब ने प्रतिष्ठित मंच पर गेड़ी लोक नृत्य दल के गायक कलाकार तथा लोक श्रृंगार भारती के अध्यक्ष अनिल कुमार गढ़ेवाल एवं गेड़ी लोक नृत्य दल के साथी कलाकारों का मंच पर सम्मानित किया ज्ञातव्य हो कि चक्रधर समारोह के समापन अवसर 16 सितंबर को बिलासपुर की संस्था लोक श्रृंगार भारती गेड़ी लोक नृत्य दल के द्वारा मां चंद्रहासिनी देवी एवं संगीत सम्राट राजा चक्रधर महाराज रायगढ़ की पावन माटी के भव्य मंच पर गेड़ी लोक नृत्य का शानदार प्रदर्शन किया गया प्रदर्शन के उपरांत महामहिम राज्यपाल ने अनिल गढ़ेवाल का प्रशस्ति पत्र स्मृति चिन्ह एवं साल ओढ़ाकर अभिनंदन एवं सम्मानित किया साथ ही साथ सभी कलाकारों को भी सम्मानित किया गया साथ में छत्तीसगढ़ शासन के वित्त मंत्री श्री ओ-पी- चौधरी जी ने भी अनिल गढ़ेवाल को गुलदस्ता भेंट कर उनका सम्मान किया दर्शकगढ़ आश्चर्य चकित तब हुए जब मंत्री जी ने गेड़ी पर चढ़कर लोक कलाकारों के साथ गेड़ी नृत्य किये और अनिल गढ़ेवाल को गले लगाकर बधाई दिए कि छत्तीसगढ़ की पुरातन लोक संस्कृति जो रामायण काल से भी अधिक पुराना है उसको आप जीवित रखे हैं और बहुत ही शानदार गेड़ी टीम की स्थापना आपने द्वारा किया गया है अंतरराष्ट्रीय कवि कुमार विश्वास ने भी खुले मन से गेड़ी लोक नृत्य के प्रदर्शन की तारीफ किये और गेड़ी नृत्य के प्रदर्शन की बारीकीयों को नजदीक से देखा साथ में राज्यसभा सांसद श्री देवेंद्र प्रताप सिंह लोकसभा सांसद श्री राधे श्याम राठीया तथा संस्कृति विभाग के डायरेक्टर श्री विवेक आचार्या एवं जिला रायगढ़ के कलेक्टर श्री कार्तिकेय गोयल जी ने भी पूरे दल को सफल प्रदर्शन के लिए बधाई दिए रायगढ़ की रामलीला मैदान में ऐतिहासिक भीड़ के समक्ष गेड़ी लोक नृत्य के प्रारंभ में लोक गायक अनिल गढ़ेवाल ने ददरिया गीत गाकर दर्शकों का मन अपनी और आकर्षित किया गेड़ी गीत जोहरी जोहरी गुरु ठाकुर देवता सेवारी लागव मैं तोरे जो भला गीत गायन से दर्शक बहुत प्रभावित हुए मुख्य मांदल वादक संगीतकार संजय रात्रे ने गेड़ी नृत्य पर ताल देकर मांदल वादन किया वही मोहन डोंगरे ने बिना ताल टूटे एक ही जगह पर घूम घूम कर मांदल वादन किया तो रामलीला मैदान तालियो की गड़गड़ाहट से गूंज उठा सौखी लाल कोसले ने गेड़ी नृत्य को हारमोनियम की स्वर लहरियों में स्वर दिया मशहूर कलाकार महेश नवरंग ने बांसुरी धुन में गेड़ी धुन बजाकर दर्शकों का मन मोह लिया सह गायक के रूप में फागु राम सूर्यवंशी एवं भारत वस्त्रकार ने गेड़ी गीत को अपना स्वर प्रदान किया दर्शक गढ़ आश्चर्य चकित हुए तब जब मुख्य गेड़ी नर्तक प्रभात बंजारे तथा सूरज खांडे के गेड़ी में खड़े रहने के बावजूद उनके कंधों पर खड़ा होकर जब शुभम भार्गव ने गेड़ी को हवा में लहराया तो रामलीला मैदान तालियो की गड़गड़ाहट से गूंज उठा एक गेड़ी उठाकर नृत्य करने में माहिर मनोज मांडले एवं चेतन कुर्रे तथा लक्ष्मी नारायण मांडले ने भी गेड़ी पर करतब दिखाकर दर्शकों को आश्चर्य चकित कर दिया वही चंद्रशेखर केवट, अमित भार्गव ने आकर्षक गेड़ी नृत्य करके लोगों को अचंभित कर दिया कौड़ियों में चीनी मिट्टी की माला पटसन वस्त्र धारण किए हुए शुभम भारद्वाज तथा अभय खांडे ने आकर्षक गेड़ी भाव नृत्य करके दर्शकों को मंत्र मुक्त कर दिया असम से आए लोक कलाकार ने आकर्षक बिहू डांस किया और गेड़ी लोक नृत्य दल के कलाकारों को बधाई देते हुए गेड़ी नृत्य सीखने का प्रयास किया ज्ञातव्य हो कि हरेली पर्व के दिन सी एम हाउस रायपुर में माननीय मुख्यमंत्री के समक्ष गेड़ी लोक नृत्य का प्रदर्शन किया गया था गेड़ी लोक नृत्य का प्रदर्शन 18 राज्यों में किया जा चुका है जिसमें प्रमुख रूप से बारनवा पारा अभ्यारण में नेशनल जियोग्राफी चैनल के द्वारा ढाई घंटे का फिल्म बनाकर प्रसारण किया गया है प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ राज्य में हरेली पर्व के रूप के दिन किया जाने वाला यह नृत्य आज देश-विदेश में भी ख्याति अर्जित कर रहा है इस नृत्य को करने वाले लोक कलाकार प्रमुख रूप से जीवोको पार्जन के रूप में खेती पर निर्भर हैं तथा कुछ लोग मजदूरी करते हैं फिर भी अपनी कला संस्कृति में लगाव होने के कारण गेड़ी लोक नृत्य के सभी कलाकार दल के प्रति समर्पित है और छत्तीसगढ़ का नाम रोशन पूरे देश में कर रहे हैं संपूर्ण गेड़ी लोक नृत्य का नृत्य निर्देशन एवं गीत संयोजन अनिल गढ़ेवाल के द्वारा तैयार किया गया है इस शानदार प्रदर्शन से प्रभावित नगर विधायक श्री अमर अग्रवाल तथा जिला कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण एवं अनिल टाह तथा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने सभी कलाकारों को सफल प्रस्तुति के लिए और बिलासपुर का नाम रोशन करने के लिए शुभकामनाएं एवं बधाई संदेश प्रेषित किए हैं