

गौरेला पेंड्रा मरवाही, 30 सितंबर, 2024/स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में रविवार को विश्व रेबीज दिवस के उपलक्ष्य में रेबीज से लोगों को जागरूकता लाने बचाव, रोकथाम के उद्देश्य से कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस वर्ष का थीम ‘ब्रेकिंग रेबीज बाउंड्रीस’ था। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामेश्वर शर्मा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री विभा टोप्पो, जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ. एसके सिन्हा एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों ने अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते हुए लोगों को जानवरों के काटने उपरान्त रेबीज का टीका लगाने हेतु प्रेरित किया। सीएमएचओ ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति को जानवर द्वारा दांतो से काटा गया है, दांत या नाखून से स्क्रेच या किसी भी प्रकार का घाव लग गया है तो तुरंत उपबार करवाएं। ऐसे में रेबीज वायरस के संक्रमण का खतरा रहता है जो कि जानलेवा हो सकता है। रेबीज बीमारी कुतों के काटने से सबसे अधिक होता है। जानवरो के काटने के बाद वायरस डैमेज हुए त्वचा के तांत्रिक कोशिकाओं के माध्यम से दिमाग तक पहुंचता है और अपना असर दिखाता है। एक बार अगर लक्षण आ गए तो मरीज का बचना असंभव है। इसलिए यह रोग बहुत घातक माना जाता है। आजकल उपलब्ध टीका अत्यंत सुरक्षित है तथा जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में निःशुल्क उपलब्ध है।