नशामुक्त भारत अभियान के क्रियान्वयन के संबंध में कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में नशामुक्ति के लिए कार्ययोजना के तहत क्रियान्वयन सुनिश्चित करने पर चर्चा की गई। कलेक्टर ने बैठक में उपस्थित विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रतिनिधियों को कार्य योजना के तहत नशामुक्ति के लिए कार्य करने कहा। बैठक में स्कूली बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए शिक्षकों को उन पर सतत निगरानी रखने हेतु जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए गए। साथ ही विद्यार्थियों, शिक्षकों तथा अभिभावकों के लिए विद्यालयों में जागरूकता सृजन कार्यक्रम आयोजित करने, नशा पीड़ितों की पहचान कर उनके उपचार एवं पुनर्वास हेतु अस्पताल या नशामुक्ति केन्द्र भेजने, जिले में परामर्श एवं उपचार सुविधा की निगरानी करने, शिक्षण संस्थाओं के 100 मीटर की परिधि में सिगरेट, गुटखा, तम्बाखू अन्य नशीली पदार्थ के विक्रय पर प्रतिबंध का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने पर चर्चा की गई।
बैठक में समाज कल्याण विभाग सहित विभिन्न विभागों के समन्वय से समय-समय पर जांच एवं छापेमारी की कार्रवाई करने, नशीली दवाईयों की बिक्री के संबंध में जानकारी मिलने पर कानूनी कार्रवाई करने, नशामुक्ति के लिए समुदाय का सहयोग एवं सहभागिता के लिए उन्हें प्रोत्साहित करने तथा समुदाय के स्वयं सेवकों का चिन्हांकन कर उन्हें परिचय पत्र, बैच प्रदान करने एवं उन्हें प्रशिक्षित करने पर चर्चा की गई। बैठक में संयुक्त कलेक्टर सह प्रभारी सहायक संचालक समाज कल्याण प्रिया गोयल, जिला शिक्षा अधिकारी जे के शास्त्री, सीएचएमओ डॉ. रामेश्वर शर्मा, महिला एवं बाल विकास अधिकारी अतुल परिहार, विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।