Home देश आधार कार्ड की तरह कभी भी और कहीं से भी निकलवा सकेंगे...

आधार कार्ड की तरह कभी भी और कहीं से भी निकलवा सकेंगे ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी

0

दिल्ली सरकार मौजूदा स्मार्ट कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र (RC) को उनके इलेक्ट्रॉनिक कार्ड से बदलने की योजना बना रही है. ये इलेक्ट्रॉनिक कार्ड आधार कार्ड की तरह होंगे, जिनका प्रिंटआउट लिया जा सकेगा. साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस और RC पर एक आईडी और क्यूआर कोड होगा, जिसे ट्रैफिक पुलिस दस्तावेजों की प्रामाणिकता की पुष्टि के लिए स्कैन कर सकेगी. इनको डिजीलॉकर (DigiLocker) और एमपरिवहन (mParivahan) ऐप के जरिए भी ट्रैफिक पुलिस को जब ज़रूरत हो, दिखा सकेंगे. वित्तीय वर्ष 2023-24 में दिल्ली में 1.6 लाख ड्राइविंग लाइसेंस और अप्रैल 2023 से मई 2024 तक 6,69,373 RC जारी की गईं.

परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार राजस्थान सरकार द्वारा प्रस्तावित एक योजना की समीक्षा कर रही है, जिसमें स्मार्ट कार्ड प्रणाली को खत्म कर इलेक्ट्रॉनिक लाइसेंस और RC जारी करने की बात कही गई है. गौरतलब है कि हाल ही में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने वाहन पंजीकरण में आ रही समस्याओं के समाधान के आदेश अधिकारियों को दिए थे. एक बैठक में गहलोत ने वाहन आरसी की डिलीवरी में देरी पर चिंता जताई थी. वाहन डीलरों द्वारा समय पर गाड़ी की आरसी न देने पर चिंता व्यक्त करते हुए गहलोत ने विभाग को गैर-अनुपालन करने वाले डीलरों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया था.

आसान होगा आरसी और डीएल रखना
टाइम्‍स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी के इलेक्‍ट्रोनिक फार्मेट में बदल जाने से लोगों को खूब सहूलियत होगी. आवेदक इन इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों का प्रिंट खुद निकाल सकेंगे, जैसे आधार कार्ड का निकालते हैं. इन्हें डाउनलोड करने के लिए आवेदक को अपने ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी जैसे आवेदन संख्या, लाइसेंस नंबर और जन्मतिथि की जरूरत होगी. यह जानकारी वन-टाइम पिन (OTP) के जरिए नियंत्रित की जाएगी, जो आवेदक के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजी जाएगी.

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि e-DL और e-RC का प्रिंट करने योग्य पीडीएफ प्रारूप परिवहन सेवा नागरिक पोर्टल से डाउनलोड किया जा सकेगा और इसका लिंक सारथी और वाहन पोर्टल पर आवेदक के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा. उन्होंने बताया कि e-DL और e-RC के पीडीएफ में एक क्यूआर कोड होगा, जिससे दस्तावेज़ों की प्रामाणिकता की पुष्टि होगी. साथ ही, e-DL और e-RC का नवीनतम विवरण एमपरिवहन (mParivahan) ऐप पर उपलब्ध होगा.