कश्मीर के बांदीपोरा इलाके में सेना के 14 RR के कैंप में आतंकी हमला हुआ है. तीन से चार आतंकियों ने कैंप पर फायरिंग की है. मौके पर ड्यूटी दे रहे अलर्ट जवान ने भी फायरिंग की है. SOG पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है. इलाके में आतंकियों की तलाश जारी है. पुलिस अधिकारी ने न्यूज 18 से बात कर बताया तीन से चार आतंकियों के होने की आशंका हैं. सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है.
फिलहाल यह मुठभेड़ मसूद हुसैन शाह पुत्र लेफ्टिनेंट मोहम्मद यूसुफ निवासी थुंग मस्जिद खानयार उम्र 49 वर्ष प्रोफेसर ठेकेदार के घर में चल रही है. घर के मालिक का भाई अफाक अहमद शाह एक फिदायीन हमलावर था जो वर्ष 2002 में बीबी कैंट में मारा गया था. साथ ही यह भी पता चला कि व्यक्ति की पृष्ठभूमि जमात इस्लामी से है. खबर है कि दो आतंकवादी फंस गए हैं, एक यूसुफ के लक्षित घर से भाग गया है और आराम मस्जिद की ओर बढ़ गया है, क्योंकि यह इलाका भीड़भाड़ वाला और अच्छी तरह से बना हुआ है, इसलिए घेराबंदी बढ़ा दी गई है.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी लगातार प्रवासी मजदूरों और सेना के जवानों को निशाना बना रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में तीन बार इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं. शुक्रवार को भी आतंकियों ने प्रवासी मजदूरों को निशाना बनाया था. यह आतंकी हमला बगगाम में हुआ. आतंकियों ने शुक्रवार को 2 प्रवासी मजदूरों को गोली मार दी. दोनों घायल मजदूरों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
सेना के अधिकारी पहले ही दे चुके हैं चेतावनी
दोनों मजदूर उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. 20 साल का उस्मान मलिक और 25 साल का सूफियान सहारनपुर के रहने वाले हैं.उस्मान के हाथ और सूफियान के पैर में गोली लगी है. दोनों ही अस्पताल में भर्ती हैं. बता दें कि इससे पहले सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि सीमा पार स्थित आतंकी शिविरों में 50 से अधिक आतंकवादी मौजूद हैं जो जम्मू क्षेत्र में घुसपैठ की फिराक में हैं. अधिकारी ने कहा था कि सेना इस चुनौती के प्रति पूरी तरह सतर्क है और घुसपैठ के किसी भी प्रयास को विफल करेगी.
दस इन्फैंट्री डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल समीर श्रीवास्तव ने यहां के निकट अखनूर सेक्टर में तीन आतंकवादियों को मार गिराये जाने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा थी कि सेना आतंकवादियों को नागरिकों को नुकसान पहुंचाने नहीं देगी.
अधिकारियों ने बताया था कि जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर के एक गांव के पास वन क्षेत्र में छिपे दो आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मंगलवार की सुबह मार गिराया, जिससे नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास 27 घंटे तक चली मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों की संख्या तीन हो गई. अधिकारी ने कहा, ‘‘घुसपैठ की रूपरेखा हर गुजरते साल के साथ बदलती है, खासकर बर्फबारी के दौरान और हम चुनौती के लिए तैयार हैं.’’