यूरोप बेहतरीन पढ़ाई और अच्छी लाइफस्टाइल के लिए जाना जाता है. इसीलिए दुनिया भर के स्टूडेंट्स यूरोपीय देशों की यूनिवर्सिटीज में पढ़ना चाहते हैं. लेकिन यूरोप में पढ़ना अमेरिका और ब्रिटेन से भी महंगा है. जिसके चलते कम पैसे वाले स्टूडेंट्स यूरोप में पढ़ने के बारे में सोच तक नहीं पाते. हालांकि, चिंता करने की बात नहीं है. कई यूरोपीय देशों में विदेशी छात्रों के लिए भी पढ़ाई फ्री है. इसका फायदा भारतीय छात्र भी उठा सकते हैं.
कुछ देशों की सरकारी यूनिवर्सिटीज में पढ़ाई बिल्कुल फ्री है. वहीं, कई ऐसे देश हैं, जहां बहुत मामूली सी फीस चुकानी होती है. ऐसी यूनिवर्सिटीज में पढ़ने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि एजुकेशन लोन के बोझ तले दबना नहीं पड़ता. साथ ही बहुत अच्छी क्वॉलिटी की पढ़ाई भी होती है.
1. जर्मनी
जर्मनी की अधिकांश पब्लिक यूनिवर्सिटीज यानी सरकारी में स्टूडेंट्स से किसी तरह की कोई ट्यूशन फीस नहीं ली जाती. चाहे वह जर्मनी का हो या किसी और देश का. जर्मनी में अभी करीब 15 हजार भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. जर्मनी अपनी इंजीनियरिंग और तकनीकी की पढ़ाई के लिए मशहूर है.
2. फिनलैंड
यूरोपीय देश फिनलैंड में पीएचडी प्रोग्राम की पढ़ाई पूरी तरह फ्री है. कुछ यूनिवर्सिटीज बैचलर और मास्टर डिग्री प्रोग्राम के दौरान स्कॉलरशिप भी देती हैं. हालांकि, साल 2017 तक यहां उन विदेशी छात्रों के लिए पढ़ाई फ्री हुआ करती थी, जो इंग्लिश में पढ़ाए जाने वाले बैचला और मास्टर डिग्री प्रोग्राम में एडमिशन लेते थे.
3. चेक रिपब्लिक
मध्य यूरोपीय देश चेक रिपब्लिक में अगर कोई छात्र चेक भाषा में पढ़ाई करता है, तो उसे फीस नहीं देनी होती. चाहे वह किसी भी देश का नागरिक हो. हालांकि इंग्लिश में पढ़ाए जाने वाले कोर्स के लिए फीस देनी होती है.
4. आइसलैंड
यूरोप के छोटे से देश आइसलैंड की पब्लिक यूनिवर्सिटीज में किसी भी स्टूडेंट्स को ट्यूशन फीस नहीं देनी होती. एडमिशन के लिए मामूली सी रजिस्ट्रेशन फीस देनी होती है. आइसलैंड में कुल 7 यूनिवर्सिटीज हैं. जिसमें से चार सरकारी और तीन प्राइवेट हैं.
5. नॉर्वे
नॉर्वे की भी पब्लिक यूनिवर्सिटीज में सभी छात्रों के लिए पढ़ाई फ्री है. यह पॉलिसी बैचलर्स, मास्टर्स और पीएचडी की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स पर लागू होती है. नॉर्वे में नौकरियों के भी खूब अवसर हैं.