नोएडा प्राधिकरण, नोएडा एक्सप्रेसवे के पास सेक्टर 165 में एक नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित करेगा. 25 हेक्टेयर भूमि पर बनने वाले इस औद्योगिक क्षेत्र के लिए मोहियापुर, गुलावली, दोस्तपुर मंगरौली और नलगढ़ा गांव की जमीन ली जाएगी. प्राधिकरण भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों से आपसी सहमति का तरीका अपनाएगा, जिससे प्रक्रिया को सुगम और विवादमुक्त बनाया जा सके.
अधिकारियों के अनुसार, प्राधिकरण के पास पहले से ही सेक्टर 165 के लिए कुछ भूमि है, लेकिन 90% आवश्यक भूमि गुलावली गांव में स्थित है. शेष भूमि में से कुछ अतिक्रमित है या उस पर लोग बसे हुए हैं. मोहियापुर और दोस्तपुर मंगरौली में प्राधिकरण के पास कुछ भूमि पहले से है, लेकिन नलगढ़ा में अब तक कोई भूमि अधिग्रहित नहीं की गई है.
सेक्टर 161 से 166 होंगे विकसित
नोएडा प्राधिकरण ने चार साल पहले सेक्टर 161 से 166 तक शहरी क्षेत्र का विस्तार करने की योजना बनाई थी. डीजीएम (सिविल) विजय रावल ने बताया कि सेक्टर 163 और 166 में आंशिक भूमि अधिग्रहण पूरा हो चुका है, जबकि सेक्टर 161 में अब तक कोई प्रगति नहीं हुई है. सेक्टर 164 अभी भी आबादी से भरा हुआ है.
162, 164 और 165 में बसेंगी औद्योगिक इकाईयां
नोएडा प्राधिकरण का कहना है कि सेक्टर 162, 164 और 165 औद्योगिक इकाइयों के लिए समर्पित होंगे, जबकि सेक्टर 161 को संस्थागत क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा. सेक्टर 163 और 166 में मिश्रित विकास की योजना बनाई गई है, जिसमें व्यावसायिक और आवासीय दोनों प्रकार की इमारतें शामिल होंगी. संस्थागत क्षेत्र में आईटी/आईटीईएस, सरकारी एजेंसियां, अस्पताल और अन्य सेवाएं होंगी.
हरनंदीपुरम के लिए जारी होंगे 400 करोड़ रुपये
उत्तर प्रदेश सरकार हरनंदीपुरम टाउनशिप परियोजना के लिए इस वर्ष दिसंबर तक ₹400 करोड़ जारी करेगी. इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने आठ गांवों की लगभग 521 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण के लिए सर्वेक्षण शुरू कर दिया है. हरनंदीपुरम के लिए कुल 541.1 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है, जिसमें सबसे ज्यादा 247.84 हेक्टेयर भूमि नांगला फिरोजपुर की है.
शमशेर से 123.97 हेक्टेयर, शाहपुर मोरटा से 54.20 हेक्टेयर, भौपुर से 53.26 हेक्टेयर, चंपत नगर से 39.2 हेक्टेयर, भनेरा खुर्द से 11.83 हेक्टेयर और मथुरापुर से 8.72 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी. मोर्टी से 2.58 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होगा. भूमि अधिग्रहण के लिए ड्रोन और भौतिक सर्वेक्षण चल रहा है. यह टाउनशिप भविष्य में गाजियाबाद की बढ़ती आवासीय आवश्यकताओं को पूरा करेगी