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पिछली बार वाली गलती नहीं करेगी BJP, AAP के खिलाफ बनी रणनीति, देखते रह जाएंगे अरविंद केजरीवाल

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दिल्ली में अगले साल के शुरुआत में विधानसभा चुनाव है. आम आदमी पार्टी हो या भाजपा, सब अपनी-अपनी तैयारियों में जुट चुके हैं. अरविंद केजरीवाल जमीन पर उतरकर वोटरों को साध रहे हैं. वहीं, भाजपा भी अपनी रणनीति पर आगे बढ़ रही है. आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बीजेपी इस बार अपनी जीत को लेकर बेहद आत्मविश्वास से भरी हुई है. हरियाणा और महाराष्ट्र में हालिया चुनावी सफलता के बाद भाजपा राष्ट्रीय राजधानी में भी अपनी जीत का परचम लहराने की तैयारी में है.

चुनावी समीकरण और रणनीति
बीजेपी के आंतरिक सर्वेक्षणों के मुताबिक, पार्टी को आम आदमी पार्टी (आप) से महज 4-5 प्रतिशत वोटों की बढ़त बनानी है. यह अंतर बीजेपी को और मजबूत रणनीति बनाने के लिए प्रेरित कर रहा है. पार्टी का मानना है कि दिल्ली में सत्ता-विरोधी लहर आप सरकार के खिलाफ मजबूत हो चुकी है. कई आप विधायक बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं. हालांकि, उनके खिलाफ सत्ता-विरोधी भावना एक चुनौती बनी हुई है. इसलिए उनको पार्टी में लेना है या नहीं, बीजेपी इस पर विचार ही कर रही है.

अरविंद केजरीवाल पर डायरेक्ट अटैक नहीं?
बीजेपी ने इस बार अरविंद केजरीवाल पर सीधे हमला करने से परहेज करने का फैसला लिया है. इसके बजाय पार्टी आप सरकार की विफलताओं और विवादों को प्रमुखता से उठाएगी. पार्टी का स्पष्ट संदेश है: हम इस चुनाव को केजरीवाल बनाम मोदी नहीं बनने देंगे. हमारा फोकस आप सरकार की गलतियों पर रहेगा.

महिला केंद्रित योजनाएं और अन्य घोषणाएं
छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की तर्ज पर बीजेपी महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं लाने की तैयारी कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, साल के अंत तक 2-3 महिला केंद्रित योजनाओं की घोषणा हो सकती है, जो घोषणा पत्र से पहले जनता के सामने आएंगी. इन योजनाओं का उद्देश्य महिला वोट बैंक को मजबूत करना है.
दिल्ली में अगले साल के शुरुआत में विधानसभा चुनाव है. आम आदमी पार्टी हो या भाजपा, सब अपनी-अपनी तैयारियों में जुट चुके हैं. अरविंद केजरीवाल जमीन पर उतरकर वोटरों को साध रहे हैं. वहीं, भाजपा भी अपनी रणनीति पर आगे बढ़ रही है. आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बीजेपी इस बार अपनी जीत को लेकर बेहद आत्मविश्वास से भरी हुई है. हरियाणा और महाराष्ट्र में हालिया चुनावी सफलता के बाद भाजपा राष्ट्रीय राजधानी में भी अपनी जीत का परचम लहराने की तैयारी में है.

चुनावी समीकरण और रणनीति
बीजेपी के आंतरिक सर्वेक्षणों के मुताबिक, पार्टी को आम आदमी पार्टी (आप) से महज 4-5 प्रतिशत वोटों की बढ़त बनानी है. यह अंतर बीजेपी को और मजबूत रणनीति बनाने के लिए प्रेरित कर रहा है. पार्टी का मानना है कि दिल्ली में सत्ता-विरोधी लहर आप सरकार के खिलाफ मजबूत हो चुकी है. कई आप विधायक बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं. हालांकि, उनके खिलाफ सत्ता-विरोधी भावना एक चुनौती बनी हुई है. इसलिए उनको पार्टी में लेना है या नहीं, बीजेपी इस पर विचार ही कर रही है.

अरविंद केजरीवाल पर डायरेक्ट अटैक नहीं?
बीजेपी ने इस बार अरविंद केजरीवाल पर सीधे हमला करने से परहेज करने का फैसला लिया है. इसके बजाय पार्टी आप सरकार की विफलताओं और विवादों को प्रमुखता से उठाएगी. पार्टी का स्पष्ट संदेश है: हम इस चुनाव को केजरीवाल बनाम मोदी नहीं बनने देंगे. हमारा फोकस आप सरकार की गलतियों पर रहेगा.

महिला केंद्रित योजनाएं और अन्य घोषणाएं
छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की तर्ज पर बीजेपी महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं लाने की तैयारी कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, साल के अंत तक 2-3 महिला केंद्रित योजनाओं की घोषणा हो सकती है, जो घोषणा पत्र से पहले जनता के सामने आएंगी. इन योजनाओं का उद्देश्य महिला वोट बैंक को मजबूत करना है.