लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब उत्तर प्रदेश के संभल की जिला अदालत में उनके खिलाफ याचिका दायर की गई है. एक हिंदूवादी नेता ने एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है. आप सोच रहे होंगे अब कांग्रेस सांसद ने ऐसा क्या कर दिया, जिससे फिर कानूनी पचड़ों में फंसने जा रहे हैं. आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह…
हिंदूवादी नेता सिमरन गुप्ता ने याचिका दायर की
हिंदू शक्ति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं हिंदूवादी नेता सिमरन गुप्ता के अधिवक्ता सचिन गोयल की ओर से चंदौसी की जिला अदालत की एमपी/एमएलए अदालत में राहुल गांधी के एक विवादित बयान को लेकर याचिका दायर की गई है. इस याचिका में कहा गया है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 15 जनवरी को एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी लड़ाई सिर्फ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से नहीं बल्कि ‘इंडियन स्टेट’ से है. इससे भावनाएं आहत हुई हैं.
संविधान की मूल भावना को किया आहत
सिमरन गुप्ता के अधिवक्ता सचिन गोयल ने बताया कि राहुल गांधी ने 15 जनवरी दिए बयान में उन्होंने संविधान की मूल भावना को आहत किया है. उनके बयान से देश में असंतोष है. उन्होंने कहा कि सिमरन गुप्ता की ओर से एसीजेएम की एमपी/एमएलए अदालत में राहुल गांधी के खिलाफ वाद दायर किया है. जिसमें उन्होंने मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है.
राहुल गांधी ने नए कांग्रेस मुख्यालय के उद्घाटन के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए BJP और RSS पर जमकर हमला बोला था. उन पर देश के सभी संस्थानों पर कब्जा करने का आरोप लगाया था. कांग्रेस नेता ने कहा था, ‘यह मत सोचो कि हम निष्पक्ष लड़ाई लड़ रहे हैं. इसमें कोई निष्पक्षता नहीं है. यदि आप मानते हैं कि हम भाजपा या आरएसएस नामक राजनीतिक संगठन से लड़ रहे हैं तो आप समझ नहीं पाएंगे कि क्या हो रहा है. भाजपा और आरएसएस ने हमारे देश की हर एक संस्था पर कब्जा कर लिया है. अब हम भाजपा, आरएसएस और इंडियन स्टेट से ही लड़ रहे हैं.’