जब जनता का चुना हुआ ही प्रतिनिधि समाज में ‘मौत का सामान’ बांटने लगे तो फिर क्या कहें. मामला हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले का है. यहां पर एक वार्ड मेंबर ही अपने इलाके में नशा तस्करी कर रहा था, जिसे पुलिस ने दबोचा है. मंडी जिला पुलिस ने चरस के दो मामलों में वार्ड पंच सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.
जानकारी के अनुसार, पहला मामला बालीचौकी के जंजैहली थाना में दर्ज हुआ है, जहां एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और फील्ड यूनिट कुल्लू की टीम ने 846 ग्राम चरस के साथ वार्ड पंच को पकड़ा है. दूसरा मामला सरकाघाट क्षेत्र के हटली थाना में दर्ज हुआ है, जहां एसआईयू ने भांबला में नाकेबंदी के दौरान 524 ग्राम चरस बरामद की है. कुल मिलाकर पुलिस ने तीनों आरोपियों से 1 किलो 370 ग्राम चरस बरामद की है.
पहले मामले में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और फील्ड यूनिट कुल्लू की टीम ने ग्राम पंचायत जुफरकोट के वार्ड नंबर पांच टपनाली दो के वार्ड पंच तोते राम को गिरफ्तार किया है. आरोपी जुघांद सड़क पर गाड़ागुशैण से जरोल की तरफ आ रहा था, जिसकी गुप्त सूचना टास्क फोर्स को पहले से ही थी. टास्क फोर्स को देखकर आरोपी भागने लगा, लेकिन उसे कुछ दूरी पर पकड़ लिया गया. तलाशी लेने पर उसके कैरी बैग से 846 ग्राम चरस बरामद हुई. पकड़े गए व्यक्ति की पहचान तोते राम निवासी कठगाड़ डाकघर गाड़ागुशैण तहसील बालीचौकी के रूप में हुई है.
दूसरे मामले में एसआईयू की टीम ने सरकाघाट के भांबला में गुप्त सूचना के आधार पर नाका लगाया था. इस दौरान एसआईयू की टीम ने मंडी की ओर से आ रहे टैंपो नंबर एचपी 36एफ 5760 को चेकिंग के लिए रोका. तलाशी लेने पर टीम ने टैंपो सवार दो व्यक्तियों से 524 ग्राम चरस बरामद की. पकड़े गए आरोपियों की पहचान टैंपो चालक रणबीर सिंह और राकेश कुमार निवासी देहरा जिला कांगड़ा के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि इनमें से एक आरोपी पहले भी चरस के मामले में जेल जा चुका है. एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने दोनों मामलों की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि दोनों मामलों में पुलिस की आगामी जांच जारी है और सभी आरोपियों की आपराधिक हिस्ट्री भी खंगाली जा रही है.