इंडियन एयरफोर्स के शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जाने को बेताब हैं. शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष स्टेशन के मिशन पर जब उड़ान भरेंगे तो यह भारत के 1.4 अरब लोगों का सफर होगा. ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने खुद कहा कि वह 1.4 अरब भारतीयों की तरफ से इस सफर पर निकल रहे हैं. शुभांशु शुक्ला इसी साल 2025 में स्पेसएक्स के Axiom मिशन 4 के पायलट के रूप में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री बनेंगे. ऐसा करते ही वह इतिहास रच देंगे. वह एक्सिओम मिशन 4 के पायलट के रूप में चुने गए हैं. यह मिशन नासा और इसरो के बीच एक संयुक्त प्रयास का हिस्सा है.
शुभांशु शुक्ला ने कहा कि वह माइक्रोग्रैविटी में जाने के लिए वास्तव में उत्साहित हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वह इंटरनेशनल स्पेस सेंटर पर कुछ योग करने की कोशिश करेंगे. उन्होंने यह भी योजना बनाई है कि वह भारत के विभिन्न क्षेत्रों और देश का प्रतिनिधित्व करने वाली वस्तुएं इंटरनेशल स्पेस सेंटर पर ले जाएंगे. उन्होंने कहा कि ISRO ने भारत की विविधता का प्रतिनिधित्व करने वाली विभिन्न वस्तुओं का चयन करने के लिए एक यूनिवर्सिटी से संपर्क किया था.
भारतीय चीजों को अंतरिक्ष में ले जाएंगे शुक्ला
एक सवाल के जवाब में शुभांशु शुक्ला ने कहा कि वह अपने साथी क्रू सदस्यों के साथ विभिन्न प्रकार के भारतीय भोजन का प्रयास कर रहे हैं. वह भारतीय भोजन को इंटरनेशनल स्पेस सेंटर पर ले जाने के लिए उत्सुक हैं. उन्होंने यह भी कहा कि Axiom मिशन 4 पर अनुभव का उपयोग भारत के गगनयान मिशन में बहुत अच्छी तरह से किया जाएगा. एक्सिओम 4 मिशन की तारीख अभी तय नहीं है. जबकि गगनयान मिशन अगले साल है.
उनके साथ और कौन-कौन
नासा के की मानें तो पूर्व अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री और Axiom स्पेस के मानव अंतरिक्ष उड़ान निदेशक पेगी व्हिटसन इस मिशन की कमान संभालेंगी और शुभांशु शुक्ला मिशन के पायलट होंगे. उनके अलावा दो मिशन एक्सपर्ट यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के प्रोजेक्ट अंतरिक्ष यात्री स्लावोस्ज उज़्नांस्की-विस्निव्स्की (पोलैंड) और तिबोर कापू (हंगरी) भी होंगे.
कौन हैं शुक्ला
शुभांशु शुक्ला भारतीय वायु सेना में ग्रुप कैप्टन हैं. उन्हें Axiom मिशन 4 के पायलट के रूप में चुना गया है. शुभांशु शुक्ला उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले हैं. 10 अक्टूबर 1985 को जन्मे शुक्ला अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषा में निपुण हैं. वह 2006 में इंडियन एयरफोर्स में शामिल हुए थे. उनके पास इंडियन एयरफोर्स में विमान उड़ाने का अच्छा-खासा अनुभव है.
कितना अनुभव
एक फाइटर हीरो और अनुभवी ट्रेनिंग पायलट के रूप में उनके पास Su-30 MKI, MiG-21, MiG-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर और An-32 सहित विभिन्न विमानों में 2000 घंटे के उड़ान अनुभव का प्रभावशाली रिकॉर्ड है. मार्च 2024 में ग्रुप कैप्टन के पद पर उनका प्रमोशन हुआ था. यह उनकी काबलियत को दिखाता है.
2019 में इसरो ने भेजा बुलावा
साल 2019 में शुभांशु शुक्ला को इसरो का बुलावा आया था. उन्होंने रूस के मॉस्को के स्टार सिटी में यूरी गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में कठोर प्रशिक्षण शुरू किया. एक साल की तैयारी का असर है कि वह अब अंतरिक्ष की उड़ान भरने को तैयार हैं. शुक्ला उन चार भारतीय वायुसेना (IAF) अधिकारियों में से एक हैं, जिन्हें गगनयान के लिए चुना गया है. गगनयान भारत का अपना मानव अंतरिक्ष यान मिशन है, जो अब संभावित रूप से 2026 के लिए तैयार है.