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इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल-2 को चौथी बार रेनोवेट किया जा रहा है. 39 साल पुराने टर्मिनल को सबसे पहले अपग्रेडेशन के लिए 2008 में बंद किया गया था. इसके बाद, 2010 में इस टर्मिनल में कुछ मामूली सुधार किए गए. फिर 2017 में एक बार फिर टर्मिनल-2 का अपग्रेडेशन किया गया. और अब, चौथी बार इस टर्मिनल को एक बार फिर रिफर्बिशमेंट के लिए बंद किया जा रहा है. यहां राहत भरी खबर इतनी है कि टर्मिनल वन को जल्द ही फ्लाइट ऑपरेशन के लिए खोल दिया जाएगा.
मौजूदा प्लान की बात करें तो अप्रैल के महीने में टर्मिनल-2 से फ्लाइट ऑपरेशन को बंद कर दिया जाएगा. इसके बाद, पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज अपग्रेडेशन, मैकेनिकल एण्ड इलेक्ट्रिकल इंप्रूवमेंट, सिविल एण्ड इंफ्रास्ट्रक्चर इंप्रूवमेंट और सिविल एण्ड इंफ्रास्ट्रक्चर इंप्रूवमेंट का काम किया जाएगा. इस काम को पूरा होने में करीब पांच महीने का समय लगेगा. आशा जताई जा रही है कि सितंबर के महीने में नई सुविधाओं से लैस टर्मिनल-टू से फ्लाइट ऑपरेशन फिर से शुरू हो जाएगा. हालांकि, इसके बाद इस टर्मिनल से कौन सी एयरलाइंस ऑपरेट करेंगे, यह समय ही बताएगा.
सूत्रों के अनुसार, पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज अपग्रेडेशन वर्क के तहत ह्वीलचेयर पैसेंजर के लिए एलिवेटेड रैंप तैयार किए जाएंगे. साथ ही, साउथ कोरिया से मंगाए गए छह स्टेट-ऑफ-आर्ट पैसेंजर बोर्डिंग को लगाने का काम भी पूरा किया जाएगा. इसके अलावा, सिविल वर्क के तहत टर्मिनल स्काईलाइट डिजाइन की मार्डन सीलिंग लगाई जाएगी. पैसेंजर्स के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए स्मार्ट वॉश रूम और एडवांस फ्लोरिंग भी तैयार की जाएगी. वहीं, मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए टर्मिनल टू के बाहर फोरकोर्ट एरिया में कैनोपी भी लगाने की भी योजना है.