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पिछले 2 साल में ट्रेनों पर पथराव के 7,900 से ज्यादा मामले, रेलवे को करीब 6 करोड़ की लगी चपत

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रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 2023 से अब तक देशभर में वंदे भारत सहित ट्रेनों पर पत्थरबाजी के 7,900 से अधिक मामले सामने आए हैं. रेल मंत्री ने कहा कि इस दौरान पत्थरबाजी से क्षतिग्रस्त कोचों की मरम्मत के लिए सभी जोनल रेलवेज ने 5.79 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जिसमें वंदे भारत ट्रेनों के कोच भी शामिल हैं. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में निजामाबाद के सांसद धर्मपुरी अरविंद के एक सवाल के लिखित जवाब में कहा कि ‘वर्ष 2023, 2024 और 2025 (फरवरी तक) के दौरान, वंदे भारत ट्रेनों सहित ट्रेनों पर पत्थरबाजी के 7,971 मामले दर्ज किए गए हैं.’

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ‘हर मामले को कानूनी प्रावधानों के तहत दर्ज किया जाता है, जिसके बाद अपराधियों की उचित जांच और अभियोजन किया जाता है. इन घटनाओं के जवाब में, पत्थरबाजी में शामिल 4,549 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.’ वैष्णव ने कहा कि रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने सरकारी रेलवे पुलिस (GRP), जिला पुलिस और सिविल प्रशासन के साथ मिलकर ऐसी घटनाओं को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं. इनमें रेलवे ट्रैक के पास बसे क्षेत्रों में लोगों को पत्थरबाजी के खतरे और इसके परिणामों के प्रति जागरूक करने के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम शामिल है.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि ‘ट्रेन एस्कॉर्टिंग पार्टियों को उन संवेदनशील क्षेत्रों/स्थानों पर अधिक सतर्क रहने के लिए संवेदनशील बनाया गया है, जहां ट्रेनों पर तोड़फोड़ की घटनाएं अक्सर रिपोर्ट की जाती हैं.’ उन्होंने कहा कि रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था की नियमित निगरानी और समीक्षा के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए राज्य स्तरीय सुरक्षा समितियों (SLSCR) का गठन किया गया है, जिसकी अध्यक्षता संबंधित राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशक या पुलिस आयुक्त करते हैं.

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