

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि भारत के पूर्वोत्तर राज्य अब भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के इंजन बन गए हैं. नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित न्यूज़18 राइजिंग भारत समिट 2025 को संबोधित करते हुए कहा कि असम में टाटा का ₹27,000 करोड़ का सेमीकंडक्टर निवेश पूर्वोत्तर की क्षमता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 10 वर्षों में पूर्वोत्तर भारत के विकास को प्राथमिकता दी है और इसके लिए ठोस प्रयास भी किए हैं. जिस क्षेत्र को कभी देश की अंतिम सीमा माना जाता था, आज वह देश की अग्रिम सीमा बन चुका है.
केंद्रीय संचार मंत्री और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ने देश की जनसांख्यिकीय क्षमता पर जोर देते हुए कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों की अर्थव्यवस्था अब भारत के आर्थिक विकास का इंजन बन गई है. उन्होंने खुलासा किया कि इन राज्यों की अर्थव्यवस्थाएँ 12-15 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़ रही हैं, जो भारत की औसत 6.5-7 प्रतिशत CAGR से कहीं अधिक है. सिंधिया ने कहा कि पूर्वोत्तर में हवाई अड्डों और सड़कों का तेजी से हुआ विकास हुआ है. पिछले 10 वर्षों में पूर्वोत्तर राज्यों में हवाई अड्डों की संख्या 9 से बढ़कर 16 हो गई है. वहीं, राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई भी 10,000 किमी से बढ़कर 16,000 किमी हो गई है. भारत के व्यापारिक समझौतों में पूर्वोत्तर एक प्रमुख स्थान बनकर उभरा है.
भारतीय अर्थव्यवस्था है तेजी पर सवार
सिंधिया ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था “तेजी पर वार” है और दुनिया का कोई भी देश अब इसके विकास को रोक नहीं सकता. भारत 2028 तक जर्मनी और जापान को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उनके पास हर व्यक्ति से जुड़ने की अद्भुत क्षमता है. वे एक प्रेरित, प्रतिबद्ध और समर्पित नेता हैं.