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बिहान का मिला साथ, आजीविका के रूप में मुर्गी पालन के कार्य से चमेली का परिवार हुआ आर्थिक रूप से सषक्त

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कोरिया 27 अप्रैल 2021

 जिले के विकासखंड बैकुन्ठपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत झरनापारा के ग्राम सत्तीपारा में  राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिषन (बिहान) के तहत महाषिव शक्ति महिला स्वयं सहायता समूह का गठन  किया गया है। इस समूह में कुल 11 सदस्य हैं जिसमें शामिल चमेली पैकरा मुर्गीपालन का कार्य कर अपने परिवार की हर आवश्यक ज़रूरत को पूरा करने में सक्षम हुई हैं।

चमेली बताती हैं कि उनके पति एक ऑटो ड्राइवर है पर स्वयं का ऑटो ना होने के कारण उनको प्रतिदिन आमदनी नहीं हो पाती थी। इस कारण चमेली ने अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने का जिम्मा उठाया, इसके लिए उन्होंने स्वयं के समूह सदस्यों से बात कर समूह के माध्यम से बैंक लोन लेने एवं उस राषि का उपयोग स्व रोजगार से एक सतत आजीविका प्रारंभ करने का निर्णय लिया । वर्ष 2020 में बिहान की टीम की मदद से महाषिव शक्ति महिला स्वयं सहायता समूह का लोन प्रकरण युनाईटेड बैंक बैकुन्ठपुर को प्रेषित किया गया तथा बैंक द्वारा दिसंबर 2020 में इस समूह को लोन के रूप में एक लाख रू. प्रदान किया गया। समूह के सभी सदस्यों की सहमती से चमेली ने 1 लाख रू की राषि का स्वयं उपयोग कर 80 से 90 हजार रूपये में घर के आंगन में एक बडा पोल्ट्री फार्म का निर्माण करवाया तथा आगामी मार्च 2020 में होली के अवसर पर अच्छी आमदनी की उम्मीद में जनवरी 2020 में बाजार से चुजे क्रय कर एक पोल्ट्री फार्म की शुरूआत की, लेकिन मार्च 2020 में कोरोना वैष्वीक महामारी के कारण चमेली को प्रारंभ में उम्मीद से कम लाभ प्राप्त हुआ। इन सब से हतोत्साहित हुए बिना चमेली ने अपने कार्य को आगे बढाया तथा मात्र 12 माह में ही उनके द्वारा बैंक द्वारा प्राप्त राषि को ब्याज सहित वापस भी कर दिया गया। इस कार्य से ना सिर्फ चमेली बल्कि उनके पति को भी एक स्वरोजगार की राह मिली और अब दोनों पति-पत्नी मिल कर इस कार्य को पुरी लगन से कर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। इस काम से चमेली को प्रति माह 9 से 10 हजार रू की आमदनी हो रही है।

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिषन बिहान योजना से जुड करके एवं समूह के सभी नियमों का पालन करते कर अपने समूह के सदस्यों को आर्थिक रूप से सषक्त बनने हेतु चमेली प्रषिक्षण एवं प्रेरणा दे रही है एवं वित्तीय सहायता प्राप्त कर अपने परिवार को आर्थिक रूप से मजबुत बना रही है।