रेल से सफर करने वाले यात्रियों को रेलवे द्वारा किराए में दी जाने वाली रियायत का लंबे समय से इंतजार है. कोरोना से पहले रेलवे सीनियर सिटीजन समेत कई तरह की रियायत देता था, लेकिन कोरोना के दौरान सभी तरह की छूट को बंद कर दिया गया. अब केवल बीमार और छात्रों को रियायत मिल रही है. बुधवार को कैबिनेट ब्रीफिंग के दौरान रेल मंत्री से रियायत से संबंधित सवाल पूछा गया, इस पर रेल मंत्री ने क्या जवाब दिया. आइए जानें कि टिकट पर छूट मिलने की कितनी संभावना है.
कैबिनेट बैठक की जानकारी देने के लिए नेशनल मीडिया सेंटर में ब्रीफिंग आयोजित की गयी. इस दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे ने सात प्रोजेक्ट से संबंधित जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सातों प्रोजेक्ट किस तरह यात्रियों को राहत देने वाले हैं.
इस दौरान रेल मंत्री से कोरोना के दौरान बंद की गयी रियायत के संबंध में पूछा गया, तो उन्होंने जवाब दिया कि रेलवे यात्रियों को टिकटों पर 59,837 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जा रहा है, जो यात्रा करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए लगभग 53 फीसदी की औसत रियायत है. मसलन उन्होंने उदाहरण देकर बताया कि अगर औसतन यात्री की 110 रुपये का टिकट होता है, तो उससे केवल 45 रुपये लिए जाते हैं.