एसोसिएशन ऑफ लाइवस्टॉक इंडस्ट्री-सीएलएफएमए के 64 वें नेशनल सिंपोजियम के मौके पर केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि इस मंथन में ऐसी बातें निकलनी चाहिए, जो सरकार को पॉलिसी बनाने में मदद करें. उन्होंने सीएलएफएमए से सुझाव मांगा है. राजधानी दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में रूपाला मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे. इस दौरान लाइवस्टाक सर्वे रिपोर्ट 2023 का विमोचन भी किया गया. कार्यक्रम में देशभर से सीएलएफएमए के सदस्य शामिल हुए.
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार पशुपालकों के हित पर लगातार काम कर रही है. यही वजह है कि मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी को अलग मंत्रालय का दर्जा दिया है और इस वजह से इसमें बदलाव दिख रहा है. भारत देश कृषि प्रधान देश से पहले पशु पालक प्रधान देश रहा है. उन्होंने सीएलएफएमए से अनुरोध किया वे परारी की समस्या से निजात दिलाने के लिए पराली और पशु चारे को जोड़ इस समस्या का समाधान निकालें, जिससे पराली की समस्या का समाधान मिल सके और पशुओं के लिए सस्ता चारा भी उपलब्ध हो सके.
इस मौके पर सीएलएफएमए ने गोदरेज इंडस्ट्री के चेयरमैन और एमडी नादिर बी गोदरेज और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी तरुन श्रीधर को लाइफ टाइम एचीवमेंट से सम्मानित किया. समारोह में सीएलएफएमए चेयरमैन सुरेश देवड़ा, डिप्टी चेयरमैन दिव्य कुमार गुलाटी, सिक्रेटरी अभय साहा और नार्थ जोन के चेयरमैन अनूप कालरा मौजूद रहे.