मैक्रोइकॉनॉमिक डेटा, ग्लोबल ट्रेंड्स और विदेशी निवेशकों की गतिविधियां इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगी. एनालिस्ट्स ने यह राय जताई है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा बाजार के कारोबारियों की निगाह रिलायंस इंडस्ट्रीज की एजीएम पर भी रहेगी.
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह का केंद्र बिंदु सोमवार 28 अगस्त को रिलायंस इंडस्ट्रीज की एजीएम है. इस घटनाक्रम का बाजार पर कुछ प्रभाव पड़ना निश्चित है. इसके अलावा गुरुवार को दूसरी तिमाही के जीडीपी के आंकड़े आ रहे हैं. इससे देश के आर्थिक प्रदर्शन को लेकर तस्वीर साफ हो सकेगी.’’
1 सितंबर को आएंगे मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के आंकड़े
मीणा ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) के आंकड़े शुक्रवार (1 सितंबर) को आएंगे. इसके अलावा शुक्रवार को ही अमेरिकी के बेरोजगारी दर और गैर-कृषि पेरोल के आंकड़े भी आने हैं. उन्होंने कहा कि चीन के बाजार का रुख, डॉलर सूचकांक का उतार-चढ़ाव और अमेरिकी में बॉन्ड पर यील्ड्स भी बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेगा.
1 सितंबर को ऑटो कंपनियां जारी करेंगी मासिक बिक्री का डेटा
शुक्रवार (1 सितंबर) को ऑटो कंपनियां अपने मासिक बिक्री डेटा की भी घोषणा करेंगी. मास्टर कैपिटल सर्विसेज लि. के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अरविंदर सिंह नंदा ने कहा, ‘‘ग्लोबल और डोमेस्टिक मैक्रोइकॉनॉमिक डेटा, ग्लोबल ट्रेंड्स, कच्चे तेल की कीमतें, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और घरेलू और विदेशी संस्थागत निवेशकों का ट्रेंड बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण रहेगा.’’
गुरुवार को मासिक डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से बाजार में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है.
बीते हफ्ते बाजार में गिरावट
बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 62.15 अंक या 0.09 फीसदी के नुकसान में रहा. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 44.35 अंक या 0.22 फीसदी की गिरावट आई.