खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर के मारे जाने के बाद भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक तनाव है. घटना के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर ही आरोप लगाया है, लेकिन उनके आरोप की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हवा निकलनी शुरू हो गई है. ब्रिटिश कोलंबिया के प्रीमियर डेविड एबी ने भी अब कनाडा पीएम के आरोप पर सवाल उठा दिए हैं. डेविड एबी ने कहा है कि आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर के मारे जाने के बारे में उन्हें जो सूचना मिली है, वह इंटरनेट पर पहले से ही उपलब्ध है. इसे ही खुफिया इनपुट समझ लिया गया.
डेविड एबी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि वह इस बात से निराश हैं कि हरदीप निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता के संबंध में उन्हें जो जानकारी दी गई है, वह सभी ओपन सोर्स जानकारी है. यानी ये सभी जानकारी पहले से ही इंटरनेट पर उपलब्ध है. इसे ही खुफिया इनपुट समझ लिया गया. एबी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा (सीएसआईएस) के निदेशक के साथ एक ब्रीफिंग के बावजूद यह हुआ. “मैं समझता हूं कि सीएसआईएस को नियंत्रित करने वाले अधिनियम के आसपास सुधार की आवश्यकता हो सकती है ताकि वे इस जानकारी को साझा करने में सक्षम हो सकें.”
कनाडा से ठोस जानकारी न मिलने पर जताई निराशा
डेविड एबी ने कहा, ‘कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा (CSIS) की ओर से मुझे जो जानकारी मिली है, उसे ओपन इंफॉर्मेशन ब्रीफिंग या ओपन सोर्स ब्रीफिंग कहा जाता है. यह पहले से ही इंटरनेट पर उपलब्ध है. संसद में बयान से पहले पीएम जस्टिन ट्रूडो ने मुझे इस बारे में जानकारी दी थी. उन्होंने कहा, ‘मैंने सीएसआईएस के निदेशक से इस बारे में और अधिक ठोस जानकारी की मांग की, लेकिन वो हमें ठोस जानकारी नहीं दे सके हैं. इस कारण मैंने अपनी निराशा भी व्यक्त की.’