केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की विधानसभा में अभद्र टिप्पणी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का बयान हर भारतीय और विशेष रूप से हर भारतीय महिला के मन की आवाज है. ईरानी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश का बयान और निंदनीय मुद्रा उनके बगल में बैठे सहयोगियों और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की अश्लीलता और अपवित्रता मानसिकता को दिखाता है. आश्चर्य की बात यह है कि नीतीश कुमार के साथ गठबंधन में शामिल किसी भी पार्टी के एक भी नेता ने नीतीश के बयान की कड़ी निंदा नहीं की है.
स्मृति ईरानी ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि उन्होंने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है. तो फिर सवाल उठता है कि क्या ऐसे सज्जन को बिहार में सरकार चलानी चाहिए? ये सवाल हर भारतीय को पूछना चाहिए. महिलाओं के नेतृत्व वाली कुछ गठबंधन पार्टियां हैं, जिन्होंने इस पर कुछ नहीं कहा है. अन्य पार्टियां जो महिलाओं की मुक्ति के लिए बोलती हैं, उन्होंने भी चुप्पी साध ली है. इसके अलावा पूरे लिबरल इकोसिस्टम में जानबूझकर एक चुप्पी है. ईरानी ने कहा कि नीतीश कुमार विधानसभा के पटल पर ऐसा बोल सकते हैं और माफी मांगकर बच सकते हैं. इससे पता चलता है कि विपक्ष महिलाओं को किस तरह देखता है.
इस पूरे मामले पर कांग्रेस की चुप्पी पर हमला बोलते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि महिलाओं के मुद्दों पर गांधी परिवार का पाखंड देश में जगजाहिर है. राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ इतने अपराध हुए लेकिन गांधी परिवार की ओर से एक शब्द भी नहीं बोला गया. अगर आप शब्दों से महिलाओं की गरिमा की रक्षा में मदद की उम्मीद करेंगे तो आपको निराशा होगी. मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेतृत्व ने अतीत में महिलाओं को “टंच माल” कहा है. आप उनसे क्या उम्मीद करते हैं? ईरानी ने कहा कि कांग्रेस ने लाडली बहना योजना को मुफ्तखोरी बताया है. तो फिर कांग्रेस ठीक उसी तरह की स्कीम का वादा क्यों कर रही है? मध्य प्रदेश पहला राज्य था, जिसमें भाजपा ने लाडली लक्ष्मी योजना शुरू की. इससे 44 लाख युवा लड़कियां लखपति बन गई हैं.