पड़ोसी देश चीन भारत के साथ-साथ दुनिया के लिए खतरा बना हुआ है. ताजा रिपोर्ट्स की माने तो ड्रैगन ने गोल्डन वेल इजाद कर लिया है. ये घातक मिसाइलों को पैसेंजर प्लेन की तरह दिखाएगा. इसके साथ ही ये बेहद कम खर्चीला और कम वजनी भी होगा. माना जा रहा है कि इस नई तकनीक से जंग की तस्वीर ही बदल जाएगी. चीनी वैज्ञानिकों की टीम के अनुसार, यह डिजाइन गोल्डन वेल यानी एक सोना चढ़ाया हुआ छलावरण रडार स्क्रीन पर एक क्रूज मिसाइल को एक यात्री विमान की तरह दिखा सकता है.
रिपोर्ट में बताया गया कम लागत वाली तकनीक महंगी वायु रक्षा प्रणालियों को भ्रमित कर सकती है और सैन्य कमांडरों के लिए प्रतिक्रिया देने के लिए उपलब्ध समय को काफी कम कर सकती है. उत्तर-पश्चिम चीन में एक रिसर्च टीम द्वारा यह तकनीक विकसित की जा रही है. चीन की यह परियोजना वायु रक्षा प्रणालियों को भेदने या उसे चकमा देने के मकसद से विकसित की जा रही है. इसका मकसद भविष्य में अमेरिका के खिलाफ एक मजबूत हथियार तैयार करना है.
‘चीन छोड़ेगा रक्षात्मक रवैया’
चीनी के मिलिट्री एक्सपर्ट का मानना है कि उसके देश की समग्र सैन्य मुद्रा रक्षात्मक बनी हुई है. ऐसी क्षमताएं ताइवान या दक्षिण चीन सागर जैसे क्षेत्रीय मामलों में विदेशी हस्तक्षेप के खिलाफ एक प्रभावी निवारक के रूप में काम करेंगी. पिछले महीने चाइनीज जर्नल ऑफ रेडियो साइंस में प्रकाशित एक पेपर में वैज्ञानिक जोंग याली और उनके सहयोगियों के अनुसार, वेल मेटल के धागों से बना है, जिस पर सोना चढ़ाया गया है. फिर सुनहरे धागे रडार संकेतों को प्रतिबिंबित करने के लिए जटिल ज्योमेट्री का एक जाल बनाते हैं.