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अक्षय कुमार ने पेश की ‘द स्टैच्यू ऑफ यूनिटी: एकता का प्रतीक’ विषय पर डॉक्‍यूमेंट्री

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नई डॉक्यूमेंट्री ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी: एकता का प्रतीक’ के प्रीमियर की घोषणा की है. इस मौके पर अभिनेता अक्षय कुमार मुख्‍य अतिथि रहे. 40 मिनट की डॉक्यूमेंट्री देश में एकता की भावना का जश्न मनाती है. यह देश को एक साथ बांधने के साथ-साथ एकजुट भारत के निर्माता सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि देती है. सरदार पटेल को आजादी के वक्‍त देश की 562 खंडित रियासतों को एक राष्ट्र में एकीकृत करने का प्रतीक माना जाता है.
डॉक्यूमेंट्री में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अंतर्दृष्टि भी शामिल है, जिन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में इस परियोजना की कल्पना की थी. डॉक्यूमेंट्री स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण की चरण-दर-चरण यात्रा का वर्णन करती है. 2013 में जब गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल को सम्मानित करने के अपने इरादे की घोषणा की थी. तब उन्‍होंने गुजरात के केवडिया में 182 मीटर की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा को पूरा करने के लिए आधारशिला रखी थी. बता दें कि गुजरात में कुल 182 विधानसभा सीटें हैं.
रोज 50 हजार टूरिज करते हैं विजिट
जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती है, स्टैच्यू ऑफ यूनिटीके पीछे की टीम दर्शकों को एक विस्मयकारी यात्रा पर ले जाती है. उन्होंने इसके विचार, निर्माण और स्थानीय लोगों के लिए पैदा हुए अवसरों की गहराई से पड़ताल की. केवड़िया अब एकता नगर में तब्दील हो गया. डॉक्यूमेंट्री में उन स्थानीय लोगों की सफलता और उत्थान की कहानियाँ हैं, जिन्हें इस परियोजना से लाभ हुआ है. उनका शहर अब एक प्रमुख पर्यटन स्थल बन गया है. डॉक्यूमेंट्री में बताया गया कि यहां एक दिन में 50,000 तक लोग आते हैं, जो नए भारत में स्थानीय लोगों के लिए प्रकाश की किरण और गौरव का एक आधुनिक चमत्कार बन गया है.
अक्षय कुमार ने क्‍या कहा?
डॉक्यूमेंट्री के प्रस्तुतकर्ता अभिनेता अक्षय कुमार ने कहा, ‘”‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी: एकता का प्रतीक’ का हिस्सा बनना मेरे लिए अविश्वसनीय रूप से विनम्र अनुभव रहा है. यह एकता की महान भावना का सम्मान करने के बारे में है जो हर भारतीय के भीतर गूंजती है. सरदार पटेल की दूरदर्शिता और नेतृत्व हमें प्रेरित करता है, हमें उनकी याद दिलाता है. ताकत जो एक राष्ट्र के रूप में हमारी एकता से आती है. मुझे उम्मीद है कि यह डॉक्यूमेंट्री हमारी साझा विरासत और एक सामान्य उद्देश्य के लिए एक साथ आने की शक्ति की याद दिलाती है.’

कब-कहा देंखे डॉक्‍यूमेंट्री?
डॉक्यूमेंट्री के निर्देशक आनंद एल राय ने कहा, ‘क्रांति तब पैदा होती है जब लोग एक बड़े उद्देश्य के लिए एक साथ आते हैं, जिसका मार्गदर्शन दूरदर्शी लोग करते हैं, जो नेतृत्व करते हैं और प्रेरित करते हैं. सरदार पटेल एक ऐसे दूरदर्शी थे जिन्होंने राष्ट्र-निर्माण की प्रक्रिया में एकता के महत्व की वकालत की थी.