पहले से ही रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बना रहा सोना अब और तेजी से ऊपर भागेगा. ईरान और इजरायल के बीच बढ़ती टेंशन ने सोने को भी तपाना शुरू कर दिया है. वैसे भी इतिहास गवाह रहा है कि जब भी दुनिया में तनाव बढ़ा है तो सबसे ज्यादा बोझ सोने को ही सहना पड़ा है. मिडिल ईस्ट में जैसे-जैसे तनाव बढ़ेगा तो सोने और कच्चे तेल की कीमतों में भी उछाल आना शुरू हो जाएगा. फिलहाल ग्लोबल मार्केट में सोने का भाव पहली बार रिकॉर्ड 2,400 डॉलर प्रति औंस को पार कर गया है.
मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ने के साथ ही निवेशकों ने भी सेफ हैवन माने जाने वाले गोल्ड की तरफ रुख कर दिया है. ग्लोबल मार्केट में शुक्रवार को सोने का हाजिर भाव 2.2 फीसदी बढ़कर 2,424.32 डॉलर प्रति औंस पहुंच गया है. इस सप्ताह सोने की कीमत में 4 फीसदी का उछाल आ चुका है. गोल्ड फ्यूचर का रेट भी आगे बढ़ता हुआ दिख रहा है. इसी तरह, चांदी की कीमत भी 4 फीसदी उछाल के साथ 29.60 डॉलर प्रति औंस पहुंच गई है. यह 2021 के बाद ग्लोबल मार्केट में चांदी का सबसे ऊंचा भाव है.
भारत में कहां पहुंची कीमत
ग्लोबल मार्केट में आई तेजी का असर भारतीय सराफा बाजार पर भी दिखा और शुक्रवार को दिल्ली सराफा बाजार में 24 कैरेट सोने की कीमत 1,050 रुपये बढ़कर 73,000 प्रति 10 ग्राम पहुंच गई है. यह सोने का रिकॉर्ड भाव है. चांदी की कीमतों में भी शुक्रवार को 1,400 रुपये का उछाल आया और यह 86,300 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव बिक रही है.
भारत में कहां पहुंची कीमत
ग्लोबल मार्केट में आई तेजी का असर भारतीय सराफा बाजार पर भी दिखा और शुक्रवार को दिल्ली सराफा बाजार में 24 कैरेट सोने की कीमत 1,050 रुपये बढ़कर 73,000 प्रति 10 ग्राम पहुंच गई है. यह सोने का रिकॉर्ड भाव है. चांदी की कीमतों में भी शुक्रवार को 1,400 रुपये का उछाल आया और यह 86,300 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव बिक रही है.
2024 में कहां जाएगा भाव
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने कुछ दिन पहले अनुमान लगाया था कि इस साल धनतेरस यानी नवंबर के महीने तक सोने का भाव 72 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच सकता है. हालांकि, अगले कुछ दिनों में ही सोना यह आंकड़ा पार कर गया, जबकि अभी अप्रैल ही चल रहा है. ऊपर से मिडिल ईस्ट की ओर से नया वैश्विक संकट भी निवेशकों के सामने आ रहा है. ऐसे में अनुमान है कि 2024 के अंत तक सोना 1 लाख रुपये के आसपास पहुंच सकता है.
क्या है इस तेजी की वजह
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा, ‘पश्चिम एशिया में बढ़े तनाव और सीरिया में अपने दूतावास पर इजरायली हमले के खिलाफ ईरान की जवाबी कार्रवाई की आशंकाओं के बाद सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में सोने की मांग में तेजी आई है. यह तेजी और बढ़ती जाएगी, जिससे सोने का भाव भी तेजी से बढ़ेगा. बीएनपी पारिबा बाय शेयरखान में फंडामेंटल करेंसी और कमोडिटीज के एसोसिएट वीपी, प्रवीण सिंह के अनुसार, ब्रिटेन और जर्मनी द्वारा घोषित किए जाने वाले आगामी आर्थिक आंकड़े और चीन के व्यापार आंकड़े सोने की कीमतों को दिशा देंगे. हालांकि, तेजी से बदलती ग्लोबल मार्केट की तस्वीर से इसकी कीमतों में फिलहात नरमी की गुंजाइश नहीं दिखती है. चांदी भी 2024 में 1 लाख रुपये के आंकड़े को पार कर सकती है, जो 86 हजार के ऊपर चल रही है.