रतनपुर— कलचुरी कालीन प्राचीन मंदिर का हनुमान जयंती चैत्र पूर्णिमा सन् 2010 को गायत्री मंदिर के रूप में स्थापना कराया गया था। इस डबल स्टोरी मंदिर जिसका स्थापत्य कला बहुत ही खूबसूरत है ,बंधवा तालाब के किनारे बहुत ही आकर्षक मंदिर है। महामाया चौक रतनपुर से एक किलोमीटर दूर कोरबा रोड में स्थित है। मां गायत्री के यहां विराजित होने से वर्ष भर यहां पंडित श्रीराम शर्मा के जनकल्याण के कार्यों को पूरा किया जाता है। हनुमान जयंती चैत्र पूर्णिमा संवत् 2081 को मंदिर के स्थापना के 14 वर्ष पूर्ण हो गया है और 23 अप्रैल 2024 को 15वां स्थापना दिवस भव्य दीप यज्ञ के साथ मनाया गया। भारी संख्या में लोग दीप यज्ञ में शामिल होकर विश्व कल्याण के लिए आहुतियां डाली। गायत्री प्रज्ञा पीठ रतनपुर नवागांव के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी दिनेश पांडेय ने बताया की यहां गायत्री मंत्र जाप, नशा मुक्ति, पौधारोपण, पर्यावरण संरक्षण एवं मानव जागरूकता के कार्यक्रम चलाए जाते हैं। आज दीप यज्ञ, भजन ,कीर्तन ,महा आरती एवं भंडारा के साथ मंदिर का 15वां स्थापना दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। सहायक प्रबंध ट्रस्टी शुकदेव कश्यप ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सहयोग की अपील की ।मंदिर के प्रमुख पुजारी शेष देव मिश्रा ने बताया की सद्बुद्धि प्राप्त करने एवं अपनी समस्याओं के हल के लिए प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए ।जितेंद्र यादव की पुत्री रागिनी का बड़े ही आध्यात्मिक रूप से शास्त्र विधि युक्त जन्म दिन का उत्सव मनाया गया। जिसमें सभी ने अक्षत पुष्प वर्षा कर रागिनी को आशीर्वाद प्रदान किया। सभी उपस्थित श्रद्धालु अमृतासन प्रसाद ग्रहण करके आत्मिक शांति को महसूस किए ।इस भव्य कार्यक्रम को सफल बनाने में गायत्री प्रज्ञा पीठ रतनपुर नवागांव के शिवचरण साहू ,डॉ महेंद्र कश्यप, बलदेव धीवर ,रमेश धीवर ,रामचरण साहू, विष्णु चरण सिंह, हरीश जायसवाल ,अनिल चंदेल , जितेंद्र यादव, राजेश शर्मा एवं बच्चों और महिलाओं ने सहयोग किया। कार्यक्रम का संचालन शिवचरण साहू व दिनेश पांडेय एवं आभार शेष देव मिश्रा ने किया।