धमतरी। धमतरी जिले में नक्सलियों को सालों से सकि्रय रखने व दहशत बनाए रखने वाले नक्सल दंपती टिकेश उर्फ टिकेश्वर वट्टी व प्रमिला उर्फ गणेशी नेताम ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। समाज के मुख्य धारा से जुड़ने हथियार छोड़ दिया है। नक्सल दंपती पर शासन से पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था। टिकेश पर 32 व पत्नी प्रमिला पर 14 विभिन्न थानों में अपराध दर्ज है। दोनों के एक साथ आत्म समर्पण करने से धमतरी जिला में अब नक्सली पूरी तरह से कमजोर पड़ जाएंगे, क्योंकि एक धमतरी जिला व दूसरा गरियाबंद जिला से है। अब धमतरी जिला नक्सलियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
नगरी एरिया कमेटी व गोबरा एलओएस के सदस्य टिकेश एवं सीता नदी एरिया कमेटी तथा एसीएम सदस्य प्रमिला ने 24 अगस्त को पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण किया हैै। दोनों पति-पत्नी हैै। धमतरी एसपी आंजनेय वार्ष्णेय ने बताया कि नक्सल दंपती टिकेश व प्रमिला छग शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया हैैै। नक्सलियों ने पुलिस को बताया कि नक्सली संगठन में रहकर दांपत्य जीवन पारिवारिक सुख से वंचित रहना पड़ रहा था। नक्सलियों के जीवन शैली व विचारधारा से क्षुब्ध होकर दोनों समाज की मुख्यधारा से जुड़कर रहने संकल्प लेकर आत्म समर्पण किया हैैै। नक्सल दंपती हत्या, हत्या का प्रयास, मुठभेड़ आईईडी लगाने समेत कई घटनाओं में शामिल रहे हैं। टिकेश के विरुद्ध 32 एवं प्रमिला के विरुद्ध 14 मामलों में विभिन्न धाराओं में धमतरी समेत कई थानों में अपराध दर्ज है। आत्म समर्पण के बाद दोनों को शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत् 25000 रुपये नगद प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है।
धमतरी जिला में कई घटनाओं को दिया था अंजाम
नक्सली टिकेश वट्टी 38 वर्ष ग्राम एकावारी, थाना -बोराई,जिला-धमतरी का निवासी हैै। आत्म समर्पण के दौरान इसने 303 रायफल पुलिस को सौंप दिया हैै। वर्ष 2009 में सीतानदी एरिया कमेटी के सदस्य के पद पर संगठन में भर्ती हुआ था। वर्ष 2010 में गोबरा एलओएस में सदस्य के पद पर कार्य कर रहा था। नक्सली संगठन में रहते हुए आत्मसमर्पित नक्सली टिकेश ने जिला धमतरी व सरहदी जिला गरियाबंद, कांकेर के वनांचल क्षेत्रों में हत्या व हत्या का प्रयास जैसे कई बड़ी वरदात को अंजाम दिया है। धमतरी में कुल 18 अपराध पंजीबद्ध है। जिला गरियाबंद में 12 तथा कांकेर में दो अपराध पंजीबद्ध है। वर्ष 2013 में यह दो घटना में शामिल रहा जिसमें खल्लारी माता मन्दिर के पीछे जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ हुई थी और फायरिंग के दौरान सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेट को गोली लगने से बलिदान हो गए थे। दूसरी घटना खल्लारी के जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के दौरान एक पुलिस जवान को गोली लगने से घायल हो गया था। जोगीबिरदो के ग्रामीण की हत्या। वर्ष 2018 मांदागिरी-तेंदूडोंगरी में पुलिस नक्सली मुठभेड़, वर्ष 2019 में ग्राम कट्टीगांव में एसटीएफ टीम के साथ हुई नक्सली मुठभेड़ जिस दौरान एक महिला नक्सली सीमा मंडावी मारी गई थी, इसके शव के पास इंसास रायफल मिला था। इसी तरह संदबाहरा, वर्ष 2020 में लिलांज नदी के आईडी लगाया, उजरावन से रिसगांव मार्ग में ग्रामीण की हत्या करना, ग्राम घोरागांव जंगल में पुलिस पार्टी पर सर्चिंग के दौरान फायरिंग, वर्ष 2021 में अलग-अलग घटनाओं को अंजाम दिया था। इसी तरह कई अन्य नक्सली घटनाओं में शामिल रहे।
प्रमिला कई नक्सली घटनाओं में रही शामिल
नक्सली प्रमिला उर्फ गणेशी नेताम 32 वर्ष ग्राम-गोना, नयापारा, जिला गरियाबंद निवासी हैै। यह पुलिस के समक्ष 12 बोर बंदूक को छोड़कर आत्मसमर्पण किया हैै। यह 2009 से संघम सदस्य के पद पर संगठन में भर्ती हुआ। इसके बाद से प्रमिला थाना मेचका के मादागिरी-तेंदुडोगरी जंगल में पुलिस नक्सली मुठभेड़, थाना बोराई के ग्राम कारीपानी शिव मंदिर के आगे बोराई सिहावा मुख्य मार्ग में पेड़ काट कर मार्ग अवरूद्ध करना, थाना खल्लारी ग्राम साल्हेभाठ-चमेंदा के मध्य जंगल में पुलिस नक्सली मुठभेड़ हुई जिसमें एक प्रधान आरक्षक बलिदान हुए थे। ऐसे कई नक्सली घटनाओं में प्रमिला शामिल हुई थी।