Home छत्तीसगढ़ जिला अस्पताल राष्ट्रीय गुणवत्ता मानक में उतरा खरा

जिला अस्पताल राष्ट्रीय गुणवत्ता मानक में उतरा खरा

0

मिला राष्ट्रीय स्तर का प्रतिष्ठित क्वालिटी सर्टिफिकेट

*लक्ष्य एवं मुस्कान योजना के बेहतर संचालन के लिए भी मिला क्वालिटी सर्टिफिकेट*

*उप मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, विधायक एवं कलेक्टर ने दी बधाई*
बिलासपुर, 09 सितंबर 2024/नेशनल हेल्थ सिस्टम रिसोर्स सेंटर (एमएचएसआरसी) के द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला अस्पताल को क्वालिटी सर्टिफिकेट के लिए चयनित किया गया है। इसके साथ ही जिला अस्पताल को लक्ष्य एवं मुस्कान कार्यक्रम के लिए भी क्वालिटी सर्टिफिकेट प्रदान गया है।
जिला अस्पताल में एनएचएमआरसी की टीम ने 5 अगस्त से लेकर 7 अगस्त तक मूल्यांकन कार्य किया था। इसमें एनक्यूएएस के लिए आठ विभागों (दुर्घटना एवं आपातकाल, ब्लड बैंक, आईपीडी, लेबोरेट्री, ओपीडी, मैटर्निटी वार्ड, फार्मेटी एवं जनरल एडमिनिस्ट्रेशन) का आंकलन किया गया था। आंकलन में बिलासपुर जिला अस्पताल का ओवरआल स्कोर 84.45 फीसदी रहा जिसके आधार पर अस्पताल को एनक्यूएएस क्वालिटी सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है। इसके साथ ही लक्ष्य योजना के अंतर्गत मैटर्निटी ओटी एवं लेबर रूम का आंकलन किया गया था तथा मुस्कान योजना के अंतर्गत पीडियाट्रिक ओपीडी, एसएनसीयू, पेडियाट्रिक वार्ड एवं एनआरसी का आंकलन किया गया था। इन दोनों योजनाओं के अंतर्गत भी जिला अस्पताल बिलासपुर को क्वालिटी सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है।
सिविल सर्जन डॉ. अनिल गुप्ता ने बताया कि इस सफलता को प्राप्त करने में एक निरंतरता का प्रयास लगातार माननीय जिलाधीश महोदय के नेतृत्व में एवं जिला अस्पताल परिवार के सभी अधिकारी कर्मचारियांे के सहयोग से हम इस उपलब्धि को हासिल किए। आज नेशनल क्वालिटी एश्यरेंस स्टेण्डर्ड में जिला अस्पताल को मिली सफलता के लिए जिला चिकित्सालय परिवार के हर सदस्य को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। इस उपलब्धि को हासिल करने की प्रक्रिया में सर्वप्रथम हमें राज्य स्तर की आकलनकर्ता टीम के समक्ष एनक्वास, लक्ष्य एवं मुस्कान जैसे प्रतिष्ठा पूर्ण सर्टिफिकेशन के लिए सभी मापदण्डों का निरीक्षण राज्य स्तर की टीम के द्वारा किया गया। इस पहले प्रयास को सफलतापूर्वक पूर्ण करने के पश्चात हमने अगले पड़ाव की तरफ अपना प्रयास जारी रखा और राष्ट्रीय स्तर के चयन के लिए अपना मूल्यांकन के लिए पंजीयन कराया। इसमें महत्वपूर्ण प्रयास राष्ट्रीय स्तर के आकलन के समय यह रहा कि गुणवत्ता पूर्ण कार्यशैली, कैम्पस की साफ-सफाई किसी चिकित्सकीय कार्य को करने में निर्धारित मापदण्ड तथा निर्धारित समय लेकर मरीज को संपूर्ण लाभ पहुंचाना रहा। हमारे चिकित्सकीय कार्य की प्रमुख स्तंभ सभी स्टॉफ नर्स को भी निर्धारित मापदण्ड के अनुरूप कार्य करने की दिशा में हमें निरंतर उनका प्रशिक्षण राज्य स्तर से प्राप्त चयनकर्ताओं के माध्यम से अपने अस्पताल में अस्पताल सलाहकार डॉ शेफाली कुमावत एवं डॉ. राजेश पटेल के सहयोग से विगत छह माह तक लगातर स्टॉफ प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में निर्धारित एसओपी के तहत कैसे कार्य करना है, इस दिशा में हम दिन-रात कार्य करते रहे और इसमें हमें अंतर्विभागीय सहयोग के रूप में विशेष रूप से नगर निगम के माननीय कमिश्नर साहब, लोक निर्माण विभाग, ईएण्डएम एवं सीएमएचओ कार्यालय, सीजीएमएससी के माध्यम से सतत सहयोग मिलता रहा और इस प्रकार इस सर्टिफिकेशन को प्राप्त कर सके। इस सर्टिफिकेशन में प्रथम प्रयास में चौदह विभाग को प्रमाणीकरण के लिए एप्लाई किया था तथा इन सभी विभागों के निर्धारित मापदण्डों के अंतर्गत मरीजों को गुणवत्ता पूर्ण चिकित्सकीय सेवा तथा स्वस्थ वातावरण एवं राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित मापदण्डों के तहत चिकित्सकीय सेवाएं देने में हम आगे भी अपना प्रयास जारी रखेंगे। एनक्वास सर्टिफिकेशन के माध्ययम से हमारी संस्था को केन्द्र सरकार से आर्थिक सहायता, अस्पताल उन्नयन तथा मरीजों के हित में बेहतर चिकित्सकीय सुविधा प्रदाय करने की दिशा में हम आगे और अपना प्रयास जारी रखने में कामयाब होंगे।
इस शानदार उपलब्धि पर उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने कहा कि मैं बिलासपुर जिला चिकित्सालय को केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाओं के लिए राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र (एनक्यूए), प्रसूति सुविधाओं के लिए लक्ष्य प्रमाण पत्र तथा नवजात एवं बाल रोग देखभाल के लिए मुस्कान प्रमाण पत्र जारी किए जाने पर अस्पताल प्रबंधन और पूरे स्टॉफ को बधाई देता हूं। बिलासपुर जिला चिकित्सालय में पिछले सात-आठ महीनों में इलाज की व्यवस्थाएं बेहतर हुई हैं। मरीजों को वहां गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ही अच्छी प्रसूति सुविधाएं तथा नवजात व बाल रोगों का बेहतर उपचार मिल रहा है, इसे भारत सरकार द्वारा जारी ये तीन गुणवत्ता प्रमाण पत्र रेखांकित कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के कुशल नेतृत्व और स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल की अगुवाई में छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। बिलासपुर जिला अस्पताल में सभी विभागों में अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने राज्य शासन द्वारा अधोसंरचना मजबूत करने के साथ ही जांच व इलाज के लिए आधुनिक उपकरण एवं मशीनें, दवाईयां और मेडिकल स्टॉफ उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मैं जिला अस्पताल से जुड़े सभी लोगों को शुभकामना देता हूं कि वे आगे भी अपनी उत्कृष्ट सेवाएं जारी रखेंगे और बिलासपुर जिले के लोगों को अच्छी चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था लगातार बेहतर होती जा रही है। स्वास्थ्य सुविधा में इसी कड़ी में बिलासपुर जिला अस्पताल को मिली इस बड़ी कामयाबी के लिए स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने खुशी जाहिर की है और अस्पताल प्रबंधन के साथ ही जिला प्रशासन को भी बधाई दी है।
विधायक श्री अमर अग्रवाल ने बधाई देते हुए कहा कि जिला अस्पताल बिलासपुर को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण पत्र मिलना एक बड़ी उपलब्धि है। बड़ी छानबीन व निरीक्षण के बाद यह प्रमाण पत्र दिया जाता है। जिला प्रशासन सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, चिकित्सकों और कर्मचारियों को इसके लिए बधाई। इस गुणवत्ता को आगे बनाए रखना होगा। पिछले 8 माह में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र को काफी अहमियत दी है। अस्पतालों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के साथ सेवाओं का विस्तार किया गया है। जिसका लाभ अंततः आम जनता को मिल रहा है।
कलेक्टर श्री अवनीश शरण ने स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम व इस उपलब्धि को प्राप्त करने में सहयोग देने वाले अन्य विभागों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पूरे देश भर के अस्पतालों में किए गए सर्टिफिएक्शन में जिला चिकित्सालय को ये उपलब्धि मिलना सभी जिलेवासियों के लिए गर्व की बात है। इस उपलब्धि से अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी। श्री शरण ने कहा कि जिला चिकित्सालय प्रबंधन द्वारा राष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरने के लिए व्यापक तैयारियां की गई थी, परिणामस्वरूप विभिन्न मानकों में जिले को इस उपलब्धि के लिए चुना गया।