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जूनियर डॉक्‍टरों का हड़ताल खत्‍म करने का ऐलान, इमरजेंसी में शनिवार से काम शुरू, OPD सेवाएं रहेंगी बंद

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आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्‍टर की रेप के बाद हत्‍या को लेकर आंदोलित जूनियर डॉक्‍टरों ने बड़ी घोषणा की है. जूनियर डॉक्‍टर्स ने पिछले कई सप्‍ताह से चले आ रहे गतिरोध को खत्‍म करने का ऐलान करते हुए हड़ताल समाप्‍त करने की घोषणा की है. शनिवार से इमरजेंसी सेवाएं शुरू हो जाएंगी. हालांकि, OPD सेवाएं फिलहाल सस्‍पेंड रहेंगी. सूत्रों के मुताबिक, फेज-वाइज तरीके से हड़ताल वापस लेने का फैसला किया गया है. शनिवार से जूनियर डॉक्टर इमरेजेंसी सर्विसेज में अपनी सेवाएं देने लगेंगे. वे फिलहाल आउटडोर और इनडोर सेवाओं में हिस्सा नहीं लेंगे. उन्हें चरणबद्ध तरीके से ख़त्म किया जाएगा. बता दें कि गुरुवार को राज्य के सीनियर डॉक्टरों ने भी जूनियर डॉक्टरों से आंदोलन के समर्थन में हड़ताल वापस लेने की अपील की.

शुक्रवार का दिन काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि जादवपुर यूनिवर्सिटी 20 सितंबर को कलरब के 10 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा. आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टर उस दिन को एक और विरोध प्रदर्शन के साथ मनाना चाहते हैं. ऐसे में शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में व्‍यापक विरोध-प्रदर्शन देखा जा सकता है. बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्‍टर सेमिनार हॉल में सो रही थीं, जब उनपर हमला कर दिया गया था. उनके साथ रेप किया गया और उसके बाद उनकी हत्‍या कर दी गई थी. इस जघन्‍य कांड के बाद पश्चिम बंगाल के साथ ही देशभर में विरोध-प्रदर्शन की आग भड़क गई थी. सुप्रीम कोर्ट के हस्‍तक्षेप के बाद दिल्‍ली समेत देश के अन्‍य हिस्‍सों में आंदोलन कर रहे डॉक्‍टर काम पर वापस लौट गए थे, लेकिन पश्चिम बंगाल के जूनियर डॉक्‍टर्स लगातार आंदोलन कर रहे थे.

‘न्‍याय के लिए हमारी लड़ाई खत्‍म नहीं हुई’
हड़ताल समाप्‍त करने का ऐलान करते हुए आंदोलनकारी डॉक्‍टरों ने कहा कि न्याय के लिए उनकी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है. उन्‍होंने आगे बताया कि पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में शनिवार से आपातकालीन और आवश्यक सेवाएं आंशिक रूप से बहाल होंगी. बंगाल में बाढ़ प्रभावित लोगों को मेडिकल राहत प्रदान करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. प्रदर्शनकारी डॉक्‍टरों ने कहा कि वे शनिवार से अपना ‘काम बंद’ अभियान आंशिक रूप से वापस लेंगे. उन्‍होंने बताया कि स्वास्थ्य भवन के बाहर धरना-प्रदर्शन शुक्रवार को खत्म कर दिया जाएगा. डॉक्‍टरों ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार के सभी वादों को लागू करने के लिए वे एक सप्ताह तक इंतजार करेंगे. यदि वादे पूरे नहीं हुए तो वे फिर से काम बंद कर देंगे.

सरकार ने डॉक्‍टर्स की अधिकतर मांगें मानीं
पश्चिम बंगाल सरकार ने डॉक्‍टरों की ओर से रखी गई अधिकतर मांगों को मान लिया है. इसके बाद आंदोलनकारी जूनियर डॉक्‍टरों ने घोषणा की है कि वे शनिवार से अपना आंदोलन आंशिक रूप से खत्म करके सरकारी अस्‍पतालों में अपना योगदान देना शुरू कर देंगे. आरजी कर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की घटना के बाद पिछले 41 दिनों से काम से दूर डॉक्‍टरों बड़ा फैसला लिया है. धरना समाप्त करने से पहले वे राज्य स्वास्थ्य विभाग मुख्यालय स्वास्थ्य भवन से साल्ट लेक क्षेत्र में सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआई कार्यालय तक एक मार्च निकालेंगे. एक आंदोलनकारी डॉक्‍टर ने अपनी आम सभा की बैठक के बाद कहा, ‘यह निर्णय लिया गया है कि पश्चिम बंगाल में बाढ़ की स्थिति और राज्य सरकार द्वारा हमारी कुछ मांगों पर सहमति जताए जाने के मद्देनजर हम शनिवार से आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं में आंशिक रूप से काम पर लौटेंगे. हम काम बंद करने का अपना फैसला आंशिक रूप से वापस ले रहे हैं.’