Home छत्तीसगढ़ शिक्षाविद् एवं ज्योतिषाचार्य एच एन सोनी को दी गई श्रद्धांजलि

शिक्षाविद् एवं ज्योतिषाचार्य एच एन सोनी को दी गई श्रद्धांजलि

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पेंड्रा। जिले के सम्माननीय शिक्षाविद्, ज्योतिषाचार्य, आनंद फाउंडेशन के संरक्षक एवं पूर्व प्राचार्य एच.एन सोनी जी को स्मरण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। तत्पश्चात् जिले के तीनों ब्लॉक के विभिन्न विद्यालयों शा.उ.मा. टीकरकला, एकलव्य शा.उ.मा. डोंगरिया, शा.उ.मा. अण्डी, शा.उ.मा. सकोला कोटमी, सेजेस सेमरा, सेजेस पेण्ड्रा अंग्रेजी माध्यम, माँ कल्याणिका पब्लिक स्कूल गौरेला, डी.ए.वी कुड़कई, आक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल आदि से आये‌ प्रतिभागियों ने अपनी सुन्दर प्रस्तुति दी। महान साहित्यकार जैसे कबीर, मीरा, सूरदास, राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त, रामधारी सिंह दिनकर, सोहनलाल द्विवेदी, हरिवंश राय बच्चन, शैलेन्द्र पाण्डेय, दुष्यंत कुमार आदि की गौरवशाली रचनाओं का गरिमामय पठन किया गया। उक्त कार्यक्रम का संचालन आशुतोष दुबे तथा संस्थान के छात्राध्यापक बृजबिहारी तथा सहयोगी के रूप में अमन सिंह एवं शशांक शेण्डे द्वारा किया गया।

कार्यक्रम प्रतियोगिता के रूप में आयोजित किया गया था अतः इसमें अभिनव तिवारी, सेजेस पेण्ड्रा अंग्रेजी माध्यम, माधवी पैकरा, एकलव्य डोंगरिया, संयुक्त रूप से प्रथम, मानवी मिश्रा, सेजेस सेमरा द्वितीय, अनन्या श्रीवास आक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल तृतीय स्थान पर रहे। विजेताओं को पुरस्कार के रूप में प्रमाणपत्र, स्मृति चिन्ह तथा प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। साथ ही समस्त प्रतिभागियों को उनकी उत्कृष्ट सहभागिता हेतु प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये। इस कार्यक्रम में छात्राध्यापक हर्षित सोनी, बृजबिहारी साहू, खुशबू पडवार, प्रियांशु, खुशबू रजक, प्रगति तिवारी, प्रतीक्षा मिश्रा, शिवाली शुक्ला, रुपालिका राठौर आदि का विशेष सहयोग रहा। समस्त कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के प्राचार्य श्री जेपी पुष्प द्वारा की गई। श्री जे.पी.पुष्प जी का गरिमामय संरक्षण एवं मार्गदर्शन इस कार्यक्रम को प्राप्त हुआ। सभी उपस्थित जनों ने कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की‌ और काव्य पाठ का आनंद लिया। आनंद फाउंडेशन तथा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान का यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है। इस गौरवशाली कार्यक्रम से विद्यार्थियों तथा साहित्यप्रेमियों में उत्साह का संचार हुआ है। इस तरह के आयोजनों से साहित्य और साहित्यकारों के प्रति रूचि के साथ पठन-पाठन का वातावरण निर्मित होता है, जो आज की महती आवश्यकता है। कार्यक्रम संयोजक आशुतोष आनंद दुबे ने आगे भी इस प्रकार के आयोजन से नवांकुरों को साहित्य कविता और कला के क्षेत्र में निरंतर अवसर प्रदान करने की बात कही। संस्था के प्राचार्य को संस्था में इस कार्यक्रम के आयोजन हेतु अनुमति प्रदान करने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया।