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कमला हैरिस या डोनाल्ड ट्रंप…..इन 7 राज्यों में जिसने मारी बाजी, वही बन जाएगा अमेरिका का राष्ट्रपति

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अमेरिका 5 नवंबर को अगले राष्ट्रपति के लिए चुनाव होने हैं. चुनावी मैदान में रिपब्लिकन से डोनाल्ड ट्रंप तो डेमोक्रेटिक से कमला हैरिस हैं. राष्ट्रपति का चुनाव एक रोमांचक मोड़ ले लिया है. दोनों उम्मीदवारों के बीच गर्दन काट कंपटीशन चल रहा है. राष्ट्रपति जो बिडेन ने जुलाई में अपनी दावेदारी वापस ले ली थी, उन्होंने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को समर्थन दिया है. अगर कमला जीतती हैं तो अमेरिका के इतिहास में यह पहली बार होगा कि जब कोई महिला राष्ट्रपति बनेंगी. वहीं, इस चुनाव में अगर ट्रंप बाजी मारते हैं तो यह उनका दूसरा कार्यकाल होगा. लेकिन सबसे जरूरी बात समझना है कि इस चुनाव में किसका पलड़ा भारी चल रहा है.

राष्ट्रीय सर्वेक्षणों में हैरिस आगे
जुलाई के अंत में राष्ट्रपति चुनाव में कमला हैरिस ने इंट्री हुई थी. जो बाइडन के समर्थन के बाद से लग रहा है कि अमेरिकी चुनाव में सिर्फ कमला की तूती बोल रही है. वह लगातार ट्रंप को मात देकर आगे निकल रही हैं. वह लगभग हर सर्वेक्षण में औसत लोकप्रियता में ट्रंप से आगे रही हैं. 10 सितंबर के डिबेट के बाद मानो कमला का सितारा और भी बुलंद हो गया है. पेंसिल्वेनिया में टेलीविजन डिबेट के बाद कमला की लोकप्रियता 2.5 प्रतिशत से बढ़कर एक सप्ताह के भीतर ही 3.3 अंक हो गया. हालांकि, यह डिबेट में ट्रंप के पक्ष में नहीं रहा.

नेशनल सर्वे कितना महत्वपूर्ण
हालांकि, नेशनल सर्वे उम्मीदवारों की पूरी लोकप्रियता का आंकलन के लिए उपयोगी हैं. हालांकि, अमेरिकी चुनावी कॉलेज प्रणाली के कारण चुनाव परिणामों की सटीक भविष्यवाणी नहीं किया जा सकता है. यह प्रणाली कुल 538 इलेक्टोरल कॉलेज वोट आवंटित करती है, जिसमें उम्मीदवारों को जीतने के लिए 270 की आवश्यकता होती है. प्रत्येक राज्य में उसकी जनसंख्या के आधार पर वोटों की संख्या होती है, लेकिन अधिकांश राज्य आम तौर पर एक ही पार्टी को वोट देते हैं, जिसका अर्थ है कि केवल कुछ राज्य ही चुनाव में उम्मीदवारों की जीत तय करते हैं.

राज्यों में कड़ी प्रतिस्पर्धा
मौजूदा सात राज्य चुनाव के परिपेक्ष्य से युद्ध के मैदान माने जा रहे हैं. इनमें हैरिस और ट्रंप के बीच टक्कर देखने को मिल रहा है. दोनों में सिर्फ एक या दो प्रतिशत का अंतर है. इन राज्यों में पेंसिल्वेनिया काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इन राज्यों में सबसे ज़्यादा इलेक्टोरल वोट यहीं हैं. बाइडेन के नामांकन वापसी से पहले ट्रंप 5 अंकों से पीछे चल रहे थे.

कमला ने बदला माहौल
डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनने के बाद से कमला हैरिस ने चुनावी मूड का काफी हद तक बदल दिया है. अगस्त की शुरुआत से ही वह मिशिगन, पेंसिल्वेनिया और विस्कॉन्सिन में ट्रंप से आगे चल रही हैं. ये सात राज्य कैलिफोर्निया, टेक्सास, फ्लोरिडा, न्यूयॉर्क, इलिनोइस और पेंसिल्वेनिया हैं. 2016 में राज्य ट्रंप के गढ़ थे. बिडेन भी 2020 जीत दर्ज करने से पहले इन राज्यों में बढ़त बनाई थी. अगर कमला इस साल ऐसा करने में सफल होती हैं, निश्चित रूप से राष्ट्रपति पद की दावेदार रहेंगी.