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MBBS vs BDS: डॉक्टर बनने के लिए एमबीबीएस करें या बीडीएस…..दोनों के बीच का अंतर समझकर लें सही फैसला

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12वीं के बाद टॉप मेडिकल कॉलेज में एडमिशन हासिल करने के लिए नीट परीक्षा पास करना जरूरी है. भारत के साथ ही कई अन्य देश भी भारतीय स्टूडेंट्स को नीट स्कोर के आधार पर ही दाखिला देते हैं. कई स्टूडेंट्स एमबीबीएस और बीडीएस के बीच सही करियर ऑप्शन चुनने को लेकर कंफ्यूजन में रहते हैं. बता दें कि ये दोनों ही कोर्स एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं, दोनों के लिए कॉलेज भी अलग हैं और इनका सिलेबस भी अलग है.

एमबीबीएस और बीडीएस, दोनों ही मेडिकल कोर्स हैं. ये दोनों ही अंडरग्रेजुएट कोर्स हैं. हालांकि बीडीएस और एमबीबीएस, दोनों ही कोर्स स्टूडेंट को डॉक्टर की डिग्री प्रदान करते हैं. अगर आप 12वीं के बाद डॉक्टरी की पढ़ाई करना चाहते हैं तो जानिए एमबीबीएस और बीडीएस में से किसमें लें एडमिशन, कौन सा कोर्स ज्यादा आसान है और किसकी फीस कम है. ये सभी फैक्टर्स जानकर एमबीबीएस और बीडीएस में से बेस्ट करियर ऑप्शन चुनना आसान हो जाएगा.

MBBS Full Form: एमबीबीएस कोर्स क्या है?
एमबीबीएस का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ मेडिसिन, बैचलर ऑफ सर्जरी है. इस कोर्स की अवधि 5.5 साल (4.5 साल एकेडमिक+1 साल इंटर्नशिप) है. इसकी फीस लाखों में है. एमबीबीएस सिलेबस में मानव शरीर की संरचना, पैथोलॉजी, फिजियोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, फार्माकोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी जैसे टॉपिक्स शामिल हैं. एमबीबीएस की पढ़ाई करके जनरल मेडिसिन, सर्जरी, पीडियाट्रिक्स, गायनोकोलॉजी आदि में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं. इसके बाद डॉक्टर, सर्जन, रिसर्चर, एकेडमिशियन बन सकते हैं.

BDS Full Form: बीडीएस कोर्स क्या है?
बीडीएस का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी है. बीडीएस कोर्स की अवधि 5 साल (4 साल एकेडमिक+1 साल इंटर्नशिप) है. बीडीएस सिलेबस में डेंटल साइंस, डेंटल स्ट्रक्चर, डेंटल केयर, ऑर्थोडोंटिक्स, पीडियोडोंटिक्स आदि शामिल हैं. बीडीएस की पढ़ाई करके दंत चिकित्सा, ऑर्थोडोंटिक्स, पीडियोडोंटिक्स, प्रोस्थोडोंटिक्स में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं. बीडीएस करके डेंटिस्ट, डेंटल सर्जन, डेंटल रिसर्चर बन सकते हैं. इस कोर्स की फीस MBBS की तुलना में कम है.

Difference between MBBS and BDS: एमबीबीएस और बीडीएस में क्या अंतर है?
एमबीबीएस या बीडीएस (MBBS or BDS) में से किसी में भी एडमिशन लेने से पहले जानिए दोनों कोर्स के बीच 10 बड़े अंतर-

1. अवधि
एमबीबीएस: 5.5 साल (4.5 साल एकेडमिक+1 साल इंटर्नशिप)
बीडीएस: 5 साल (4 साल एकेडमिक+1 साल इंटर्नशिप)

2. पाठ्यक्रम
एमबीबीएस सिलेबस (MBBS Syllabus): मानव शरीर की संरचना, फिजियोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, फार्माकोलॉजी, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, आदि.
बीडीएस सिलेबस (BDS Syllabus): दंत विज्ञान, दंत संरचना, दंत चिकित्सा, ऑर्थोडोंटिक्स, पीडियोडोंटिक्स आदि.

3. विशेषज्ञता
एमबीबीएस: जनरल मेडिसिन, सर्जरी, पीडियाट्रिक्स, गायनोकोलॉजी, आदि.
बीडीएस: दंत चिकित्सा, ऑर्थोडोंटिक्स, पीडियोडोंटिक्स, प्रोस्थोडोंटिक्स.

4. करियर ऑप्शन
एमबीबीएस (Career Options after MBBS): डॉक्टर, सर्जन, रिसर्चर, एकेडमिशियन
बीडीएस (Career Options after BDS): दंत चिकित्सक, दंत शल्य चिकित्सक, दंत अनुसंधानकर्ता

5. फीस
एमबीबीएस की फीस (MBBS Fees): उच्च (लाखों रुपये)
बीडीएस की फीस (BDS Fees): कम (लाखों रुपये से कम)

6. प्रवेश आवश्यकताएं
एमबीबीएस एंट्रेंस एग्जाम (MBBS Entrance Exam): नीट (NEET) परीक्षा
बीडीएस एंट्रेंस एग्जाम (BDS Entrance Exam): नीट (NEET) परीक्षा

7. काम का क्षेत्र
एमबीबीएस (MBBS Careers): हॉस्पिटल, क्लिनिक, रिसर्च सेंटर
बीडीएस (BDS Careers): डेंटल क्लिनिक, डेंटल अस्पताल

8. वेतन
एमबीबीएस सैलरी (MBBS Doctor Salary): उच्च (लाखों रुपये प्रति वर्ष)
बीडीएस सैलरी (Dentist Salary): मध्यम (लाखों रुपये प्रति वर्ष)

9. जिम्मेदारी
एमबीबीएस: मरीजों की सामान्य स्वास्थ्य देखभाल
बीडीएस: मरीजों की दंत स्वास्थ्य देखभाल

10. मान्यता
एमबीबीएस: मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI)
बीडीएस: डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया (DCI)