संस्थागत सुरक्षित प्रसव कराने एवं शत प्रतिशत शिशु टीकाकरण पर दिया विशेष जोर
कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने आज कलेक्ट्रेट के अरपा सभा कक्ष में स्वास्थ्य विभाग की बैठक लेकर मलेरिया, टीबी, कुष्ठ रोग, अन्धत्व निवारण, परिवार नियोजन सहित विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की विकासखण्डवार विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने गर्भवती महिलाओं की सुरक्षित रूप से संस्थागत प्रसव कराने और शत प्रतिशत शिशु टीकाकरण के निर्देश दिए। उन्होंने हाई रिस्क प्रेग्नेंसी पर विशेष निगरानी रखने और सीजेरियन डिलेवरी की स्थिति में जिले से बाहर रिफर नहीं करना पड़े इसके लिए जिला चिकित्सालय में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने सीएमएचओ को निर्देश दिए। इसके साथ ही जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सा सुविधा, दवाईयों की उपलब्धता एवं लैब के मशीनों की नियमित रखरखाव के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य कार्यक्रमों के लिए दिए गए वार्षिक लक्ष्य के विरूद्ध विगत 6 माह (अप्रेल से सितम्बर 2024) तक प्राप्त उपलब्धियों की विकासखण्डवार समीक्षा करते हुए उपलब्धियों में और अधिक प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के समन्वय से अति कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र (एनआरसी) में भर्ती कर सुपोषित करने, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (चिरायु योजना) के तहत स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने तथा गंभीर बीमारी वाले बच्चों को रिफर करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्कूली बच्चों का नेत्र परीक्षण कराने और आँख कमजोर होने पर परीक्षण कर चश्मा वितरीत करने कहा।
कलेक्टर ने मलेरिया की रोकथाम के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में मच्छरदानी का वितरण करने एवं उसका उपयोग सुनिश्चित करने, मच्छर पनपने वाले स्थानों पर मच्छर नाशक दवा का छिड़काव करने कहा। उन्होंने राष्ट्रीय क्षय एवं कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत डोर टू डोर सर्वे कराकरG रोगी की पहचान, जांच एवं उपचार कराने के निर्देश दिए। बैठक में वेक्टर जनित रोग नियंत्रण, मलेरिया नियंत्रण, क्षय उन्मूलन, कुष्ठ उन्मूलन, अन्धत्व निवारण, मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना एवं एनपी-एनसीडी आदि कार्यक्रमों के तहत विगत 6 माह में प्राप्त उपलब्धियों की समीक्षा की गई।